RLV Vehicle ‘Pushpak Landing Experiment:ISRO को आज बड़ी सफलता मिली है ISRO की रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल तकनीक का परीक्षण सफल रहा है. कर्नाटक के चित्रदुर्ग स्थित एयरोनॉटिकल टेस्ट रेंज में शुक्रवार की सुबह करीब 7.10 बजे ISRO का रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल पुष्पक सफलतापूर्वक ऑटोमैटिक तरीके से रनवे पर लैंड हुआ. रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल की सफल लैंडिंग पर ISRO ने बताया कि ‘रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल तकनीक के मामले में इसरो ने बड़ी कामयाबी हासिल की है’
सफल रहा पुष्पक का दूसरा लैंडिंग टेस्ट
आपको बता दे की पुष्पक ऐसा लॉन्च वहां है जो दोबारा इस्तेमाल में लाया जा सकता है पुष्पक RLV- री -युजेबल लॉन्च व्हीकल तकनीक से अंतरिक्ष में उपग्रह पहुंचने की लागत में काफी कमी आएगी इसरो 2035 तक अंतरिक्ष में स्टेशन बनाने के लक्ष्य पर काम कर रहा है आपको बता दें कि यह पुष्पक एक ऐसा लॉन्च वहां है जिसको प्रयोग में दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है जो कि उपग्रह को अंतरिक्ष में पहुंचने के लिए लागत में काफी कमी आ जाएगी इसी लक्ष्य पर काम कर रहा है इसरो की टीम
वही एनडीटीवी के मुताबिक इसरो अध्यक्ष एस सोमनाथ ने कहा पुष्पक लॉन्च व्हीकल स्पेस तक पहुंच को सबसे किफायती बनाने का भारत का साहसिक प्रयास है उन्होंने कहा यह भारत के भविष्य का रीयुजेबल लॉन्च व्हीकल है जहां सबसे महंगा हिस्सा ऊपरी चरण जिसमें सभी महंगे इलेक्ट्रॉनिक्स हैं को सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस कर रियुजबल बनाया जाता है
सोमनाथ ने कहा बाद में यह कक्षा में सेटेलाइट में ईंधन भरने या नवीनीकरण के लिए सैटेलाइट को कक्षा से वापस लाने का भी काम कर सकता है भारत अंतरिक्ष मलबे को कम करना चाहता है और पुष्पक भी इस दिशा में एक नया कदम है