India got the treasure of billions, now India will again become a golden bird
भारत को मिला हजारों का खजाना हां आपने सही सुना इन दिनों एक खबर काफी चर्चा में चल रही है कि जम्मू कश्मीर में लिथियम का एक बहुत बड़ा भंडार मिला है जिनका वजन बताया जा रहा है 59 लाख टन लोग इसके बारे में जानना चाहते हैं आखिर यह लिथियम होता क्या है इसका यूज कहां किया जाता है तो आइए हम जानते हैं इसके बारे में विस्तार से
भारत को मिला लिथियम का भंडार India got lithium reserves
भारत में दुनिया दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा लिथियम का भंडार मिला है जिसमें भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण जीएसआई ने पहली बार जम्मू और कश्मीर के रियासी जिले के सलाल हैमाना इलाके में करीब 5.9 मिलियन टन लिथियम का भंडार खोजे गए हैं और इसका जो कैपेसिटी है 59टन है लिथियम का भंडार तो मिला ही है साथ में यह भी बताया जा रहा है कि सोने का भी 5 ब्लॉक मिला है देश में लिथियम की इतनी बड़ी खोज भारत के लिए राजनीतिक रूप से काफी महत्वपूर्ण साबित होगा भारत लिथियम के लिए अभी भी पूरी तरह से दूसरे देशों पर निर्भर रहता था लेकिन इसकी मिल जाने से भारत अब दूसरे देशों को निर्यात कर सकेगा
क्या होता है लिथियम कहां इस्तेमाल होता है what is lithium and where is it used
लिथियम विश्व स्तर पर सबसे अधिक मांग वाले खनिजों में से एक है इसका खोज पहली बार 1817 में जोहान अगस्त अरफवेडसन के द्वारा की गई थी लिथियम नामक शब्द का ग्रीक शब्द लिथोस से लिया गया है इसका मतलब पत्थर होता है यह अलौह धातु है इसका इस्तेमाल मोबाइल लैपटॉप गाड़ियों समेत सभी तरह की चार्जेबल बैटरी बनाने में किया जाता है बढ़ती तकनीक की दुनिया में लिथियम को एक आदमी एक ऊर्जा भी माना जा रहा है विधि और बढ़ती तकनीकी की दुनिया में एक महत्वपूर्ण और कारगर साबित होगा
जीएसआई इतने खनिज के ब्लॉक्स की रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपी GSI handed over the report of so many mineral blocks to the state government
आपको बता दें कि जो जी एस आई विभाग है उन्होंने सरकार को 51 खनिज की रिपोर्ट सौंपी है 62वीं CGPB(Central geological programming board) की मीटिंग के दौरान जीएसआई ने लिथियम और गोल्ड समेत 51 खनिज के ब्लॉक्स की रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपी है इनमें 5 ब्लॉक सोने के भंडार हैं इनके अलावा पोटाश मॉलीब्लेडिनम बेस मेटल से जुड़े हुए अन्य बहुत सारी खनिजे मिली हैं मेटल्स जो कि 11 राज्यों के अलग-अलग जिलों में मिले हैं इन राज्यों में जैसे जम्मू कश्मीर आंध्र प्रदेश छत्तीसगढ़ गुजरात झारखंड कर्नाटक मध्य प्रदेश उड़ीसा राजस्थान तमिलनाडु और तेलंगाना राज्य भी शामिल है
भारत कहां से मंगाता है लिथियम Where does India get lithium from?
आपको बता दें कि साल 2020 में भारत लिथियम आयात करने के मामले में दुनिया में चौथे नंबर पर है भारत अपने लिथियम आयन बैटरी ओके करीब सत्तर से अस्सी परसेंट हिस्सा चीन से मंगाया था भारत के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के लिए अर्जेंटीना चिली ऑस्ट्रेलिया और बोलिविया जैसे लिथियम के धनी देशों की खदानों में हिस्सेदारी खरीदने पर काम कर रहा है देश में ही लिथियम मिलने से बैटरी मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा मिलेगा और भारत दूसरे देशों को भी निर्यात कर सकेगा
अभी दुनिया में एक करोड़ इलेक्ट्रॉनिक कारें हैं जिनके इस दशक के अंत तक 14 करोड हो जाने का अनुमान है ज्यादा इलेक्ट्रिक कारों का मतलब होगा ज्यादा लिथियम बैटरी की मांग एक सिंगल इलेक्ट्रिक गाड़ी की बैटरी में भी कम से कम 8 किलोग्राम लीथीन की जरूरत पड़ती है हर साल दुनिया में सात अरब लिथियम आयन बैटरी बेची जाती हैं और इसके 2027 तक बढ़कर 14 अरब हो जाने का अनुमान लगाया जा रहा है
क्या होता है वाइट गोल्ड लिथियम What is white gold lithium
आपको बता दे कि अभी स्मार्ट फोन और लैपटॉप से लेकर इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियों तक कि बैटरीओ में लिथियम का इस्तेमाल हो रहा है यही वजह है कि दुनिया भर में कंपनियां लिथियम के पीछे पड़ी हुई हैं इसे दुनिया की भविष्य का एनर्जी माना जा रहा है भविष्य में फॉसिल फ्यूल्स या पेट्रोल डीजल कोयले की उपलब्धता में कमी हो जाने के कारण दुनिया इनको ही अपना विकल्प मान रही है और इस एनर्जी की ओर बढ़ रही है क्लीन एनर्जी एक ऐसी एनर्जी है जिसके इस्तेमाल से वातावरण में प्रदूषण की मात्रा न के बराबर होती है और जो सोलर और विंड से जो एनर्जी पैदा करने के लिए प्रयोग में लाया जाता है वह लिथियम के बैटरी ओ को ही प्रयोग में लाया जाता है तो आने वाले समय में लिथियम की और सारे देश अग्रसारित हो रहे हैं