इन दिनों रसीले आम का सीजन चल रहा है और लोग आम देखकर अपने आप को खाने से नहीं रोक पाते हैं लेकिन आज हम आपको बताने वाले हैं गोरखपुर पूर्वांचल क्षेत्र में एक ऐसा आम की प्रजाति है जो कच्चा भी खाने से मीठा लगता है ,
फलों का राजा आम को ऐसे ही नहीं कहा जाता है क्योंकि इसमें कुछ गुण होता है इस वजह से इसे राजा कहा जाता है यह तो केवल एक सीजन में मिलता है लेकिन इसका स्वाद लोग हर समय चखना चाहते हैं मैं बात करूं पूर्वांचल में गोरखपुर देवरिया महाराजगंज कुशीनगर इन जनपदों में रसीले आम की पैदावार होती है और बाजारों में खूब दिखता है,
ग्रामीण क्षेत्रों में कच्चा आम कई तरीके से खाए जाते हैं मैं बात करूं कच्चा आम खाने की तो जब मौजर के बाद आम देखने लगता है तब लोग उसे चटनी बनाकर खाते हैं थोड़ा जब बड़ा हो जाता है तो आम का सिरका भी लोग बनाते हैं उससे बड़ा हुआ तो लोग अचार बनाकर आम को खाते हैं कुछ लोग कच्चे भी आम खाते हैं आम को कुछ लोग धूप में सुखाकर रख लेते हैं जब आम का सीजन खत्म हो जाता है तो उसे पानी में भिगोकर खाते हैं एक आम कई तरीके से खाया जाता है लेकिन आज हम आपको यही बताने वाले हैं कि जो कच्चा आम होता है वह पूर्वांचल की धरती पर काफी खाया जाता है क्योंकि दशहरी आम एक ऐसा आम है जो कच्चा भी खाने पर मीठा लगता है और पक जाने के बाद इतना मीठा हो जाता है कि एक आदमी से चार आम नहीं खाया जाता है दशहरी आम पूर्वांचल में काफी फेमस आम है और हर कोई इस आम का दीवाना है वैसे मैं आम का सीजन चल रहा है इस बार आम की पैदावार कम होने से बाजार में आम कि भाव आसमान छू रहा है