देवरिया। पीएमश्री राजकीय इंटर कॉलेज, देवरिया में आयोजित ग्रीष्मकालीन समर कैंप का समापन समारोह मंगलवार को उत्साह और उल्लास के साथ सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं के उत्साह, अनुशासन और प्रतिभा की झलक स्पष्ट रूप से दिखाई दी।

समारोह की शुरुआत व्यायाम प्रशिक्षण से हुई, जिसमें श्री सत्य प्रकाश श्रीवास्तव ने बच्चों को योग व शारीरिक व्यायाम का अभ्यास कराया। इसके बाद कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ मुख्य अतिथि श्रीमती श्रुति शर्मा (आईएएस), उपजिलाधिकारी, देवरिया के आगमन से हुआ। विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री राम किंकर मिश्र ने पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया।
समर कैंप के अंतिम दिन का मुख्य आकर्षण रहा पुरस्कार वितरण समारोह, जिसमें विभिन्न गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को मेडल, ट्रॉफी और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। समारोह में मंच संचालन की भूमिका श्री गोविन्द सिंह ने कुशलतापूर्वक निभाई।
कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत गीत से हुई, जिसे छात्राओं ने सुर और भाव से प्रस्तुत कर मुख्य अतिथि का अभिवादन किया। इसके उपरांत प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
सम्मान वितरण के पश्चात प्रतिभागियों ने जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए मुख्य अतिथि से सवाल पूछे, जिसमें पढ़ाई के प्रभावी तरीकों, करियर मार्गदर्शन और लक्ष्य निर्धारण जैसे विषय शामिल रहे। श्रीमती श्रुति शर्मा ने बच्चों के सवालों का आत्मीयता से उत्तर देते हुए उन्हें प्रेरणादायक मार्गदर्शन प्रदान किया।
इस अवसर पर सहजिला विद्यालय निरीक्षक श्री निलेश पाण्डेय ने भी विद्यार्थियों को विभिन्न क्षेत्रों में करियर की संभावनाओं और तैयारी के तरीकों पर उपयोगी सुझाव दिए। साथ ही कई प्रतिभागियों ने समर कैंप के अपने अनुभव साझा करते हुए इसे प्रेरणादायक बताया।
कार्यक्रम में समर कैंप प्रभारी व उप प्रधानाचार्य श्री महेन्द्र प्रसाद सहित विद्यालय के शिक्षकगण – श्री रामायण प्रसाद जायसवाल, श्री कृष्ण देव प्रसाद मिश्र, श्रीमती मन्जू कुमारी, श्री रमाकान्त प्रजापति, श्री हरि कुमार मिश्र, श्री संदीप कुमार, श्री रणजीत गोड़, श्री विरेन्द्र कुमार, श्री विजय कुशवाहा सहित अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे।
इस समर कैंप ने न केवल विद्यार्थियों की प्रतिभा को निखारने का कार्य किया, बल्कि उन्हें आत्मविश्वास, नेतृत्व और अनुशासन का पाठ भी पढ़ाया, जिसे वे जीवन भर स्मरण रखेंगे।