Gorakhpur news: गोरखपुर एयरपोर्ट के पास बनेगा नया रेलवे स्टेशन, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दिए निर्देश

गोरखपुर एयरपोर्ट से सफर करने वाले यात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गोरखपुर एयरपोर्ट के नए टर्मिनल के पास एक रेलवे स्टेशन बनाने की योजना की घोषणा की है। इसको लेकर उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक तैयारियां करने के निर्देश दिए हैं। इस परियोजना का उद्देश्य हवाई यात्रियों को बेहतर रेल कनेक्टिविटी प्रदान करना है, जिससे गोरखपुर और आसपास के क्षेत्रों के यात्रियों को अधिक सुविधा मिलेगी।

रेलवे के बुनियादी ढांचे का विस्तार

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि देशभर में रेलवे के बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जा रहा है। पुणे, बेंगलुरु, चेन्नई और दिल्ली में नए टर्मिनल बनाए जा रहे हैं, जबकि कई बड़े स्टेशनों का विस्तार भी किया जा रहा है। इन टर्मिनलों के विकसित हो जाने के बाद, गोरखपुर सहित अन्य स्टेशनों से नई ट्रेनें चलाने का मार्ग प्रशस्त होगा।

वर्तमान में गोरखपुर से मुंबई के लिए सात ट्रेनें, जबकि बेंगलुरु और चेन्नई के लिए एक-एक ट्रेन संचालित हो रही हैं। यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रेलवे प्रशासन मेट्रो शहरों के टर्मिनलों का विस्तार कर रहा है। इन टर्मिनलों के विकसित होने के बाद नई ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जाएगी, जिससे लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों को सहूलियत मिलेगी।

गोरखपुर-जंक्शन के पुनर्विकास का कार्य जारी

रेलवे अधिकारियों के अनुसार, गोरखपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य भी तेजी से जारी है। महाप्रबंधक ने बताया कि इस परियोजना को अगले तीन वर्षों में पूरा कर लिया जाएगा। इसके तहत स्टेशन पर आधुनिक सुविधाओं से युक्त टर्मिनल बनाया जाएगा।

इसके अलावा, गोरखपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन पर नए फुट ओवर ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है, जिसे आठ महीने में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ ही, अगले पांच वर्षों में आईसीएफ कोचों की जगह एलएचबी कोच लगाए जाएंगे, जिससे यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा में इजाफा होगा।

गोरखपुर से छपरा रेल रूट पर ‘कवच’ प्रणाली होगी लागू

ट्रेन सुरक्षा के लिहाज से भारतीय रेलवे लगातार सुधार कर रहा है। पूर्वोत्तर रेलवे (एनईआर) ने गोरखपुर होकर गुजरने वाले बाराबंकी-छपरा रेल रूट पर ‘कवच’ प्रणाली लागू करने का निर्णय लिया है। यह एक स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली है, जो ट्रेन हादसों को रोकने में मदद करेगी।

करीब 438 किमी लंबे इस रेल रूट पर ‘कवच’ प्रणाली के तहत ट्रेनें एक-दूसरे से टकराने से बचेंगी। यह तकनीक जीपीएस और रेडियो फ्रीक्वेंसी के माध्यम से ट्रेनों की स्थिति को ट्रैक करती है और संभावित टकराव की स्थिति में ऑटोमेटिक ब्रेक लगा देती है। इससे यात्रियों की सुरक्षा में सुधार होगा और दुर्घटनाओं की संभावना कम होगी।

सहजनवा-दोहरीघाट रेल लाइन पर तेज रफ्तार ट्रेनें

रेल मंत्री ने बताया कि सहजनवा-दोहरीघाट रेल लाइन का निर्माण तीन चरणों में पूरा किया जाएगा। यह रेल लाइन 81 किमी लंबी होगी और इस पर ट्रेनें 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी। परियोजना का पहला चरण मार्च 2026, दूसरा चरण मार्च 2027 और तीसरा चरण मार्च 2028 तक पूरा होने की उम्मीद है।

रेलवे बजट में उत्तर प्रदेश को 19,858 करोड़ रुपए का आवंटन

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इस बार के रेलवे बजट में उत्तर प्रदेश को कुल ₹19,858 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। यह राशि राज्य में रेलवे के बुनियादी ढांचे, नई रेल परियोजनाओं और ट्रेनों की सुरक्षा सुविधाओं के लिए इस्तेमाल की जाएगी।

रेलवे के इन नए विकास कार्यों से उत्तर प्रदेश और खासतौर पर गोरखपुर के यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। एयरपोर्ट के पास रेलवे स्टेशन बनने से रेल और हवाई यात्रा के बीच बेहतर समन्वय स्थापित होगा और यात्रियों को सुगम परिवहन सुविधा मिलेगी।

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