दिल्ली में ताज एक्सप्रेस ट्रेन संख्या 12280 की तीन बोगियों में अचानक आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। यह घटना तब हुई जब ट्रेन नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से झांसी के लिए रवाना हो रही थी। आग बोगी नंबर डी-3, डी-4 और डी-2 के छोटे हिस्से में लगी थी। दिल्ली अग्निशमन सेवा के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है और दमकल कर्मी आग पर काबू पाने में जुटे हुए हैं।
आग की घटना
घटना की शुरुआत होते ही ट्रेन में सवार यात्रियों में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियाँ मौके पर पहुंचीं और आग बुझाने का काम शुरू कर दिया गया। आग पर काबू पाने में दमकल कर्मियों को काफी मेहनत करनी पड़ी। इस हादसे के कारण इस रूट पर करीब चार ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ है और अन्य ट्रेन के यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
ट्रेन की देरी
यह ट्रेन नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से अपने प्रस्थान समय से करीब आठ घंटे की देरी से झांसी के लिए रवाना हुई थी। इसे सुबह 6:55 बजे प्रस्थान करना था, लेकिन यह 3:24 मिनट पर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से चली थी। देरी के कारण यात्रियों में पहले से ही असंतोष था और आग की घटना ने उन्हें और भी परेशानी में डाल दिया।
आग लगने के कारण
फिलहाल आग लगने के कारणों की जानकारी सामने नहीं आई है। रेलवे अधिकारी इस मामले की जांच कर रहे हैं। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को आग का संभावित कारण माना जा रहा है, लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। रेलवे प्रशासन ने घटना की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं ताकि आग लगने के वास्तविक कारणों का पता चल सके।
सुरक्षा उपाय
इस घटना ने रेलवे प्रशासन को सतर्क कर दिया है। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने पर जोर दिया जा रहा है। रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई उपाय किए हैं। ट्रेन में आग लगने जैसी घटनाओं को रोकने के लिए नियमित जांच और मेंटेनेंस को और अधिक सख्त किया जाएगा।
यात्रियों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद यात्रियों में डर और चिंता का माहौल बन गया था। हालांकि, रेलवे और दमकल विभाग की त्वरित कार्रवाई से बड़ा हादसा टल गया। यात्रियों ने सुरक्षा व्यवस्था की सराहना की लेकिन आग लगने जैसी घटनाओं के प्रति चिंता भी जताई। कई यात्रियों ने कहा कि रेलवे को इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए और अधिक प्रभावी कदम उठाने चाहिए।