उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान के दौरान बड़ी कार्रवाई की गई है। प्रशासन ने अपनी जांच में पाया कि कई बूथ स्तर अधिकारियों (BLOs) ने तय समय में मतदाता फॉर्म और सत्यापन का काम पूरा ही नहीं किया। इसी लापरवाही के कारण जिले में मतदाता सूची अपडेट की प्रक्रिया गंभीर रूप से प्रभावित हुई।

जांच रिपोर्ट के आधार पर चुनाव विभाग ने 28 BLOs के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का आदेश जारी कर दिया। अधिकारियों के अनुसार, इन BLOs को साफ निर्देश दिए गए थे कि वे निर्धारित लक्ष्य के अनुसार घर-घर जाकर फॉर्म भरवाएं, सत्यापन पूरा करें और डेटा ऑनलाइन अपडेट करें। लेकिन अधिकांश BLOs ने अपनी जिम्मेदारी पूरी नहीं निभाई और उनका कार्य प्रतिशत बेहद कमजोर पाया गया।
जिलाधिकारी और उप-जिलाधिकारी स्तर के अधिकारी लगातार अभियान का निरीक्षण कर रहे थे। निरीक्षण के दौरान यह देखा गया कि जिन BLOs को 100 प्रतिशत कार्य पूरा करना था, उन्होंने 25 प्रतिशत से कम काम किया था। बार-बार चेतावनी देने के बावजूद प्रगति न दिखने पर प्रशासन ने सख्त कदम उठाने का फैसला लिया।
जिलाधिकारी ने कहा कि मतदाता सूची का सही तरीके से अपडेट होना अत्यंत जरूरी है, क्योंकि यही लोकतांत्रिक प्रक्रिया की नींव है। किसी भी स्तर पर लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने टीमों को निर्देश दिया कि जहां-जहां फॉर्म पूरे नहीं हुए हैं, वहां तुरंत विशेष अभियान चलाकर काम पूरा कराया जाए।
प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि मतदाता सूची में किसी का नाम न छूटे, इसके लिए बीएलओ को घर-घर जाकर फॉर्म भरवाने और सत्यापन कराने की जिम्मेदारी दी गई थी। लेकिन गंभीर लापरवाही सामने आने पर मजबूरन कार्रवाई करनी पड़ी। अब संबंधित सभी BLOs के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
जिला प्रशासन ने आम नागरिकों से भी अपील की है कि वे अपने दस्तावेज तैयार रखें और बीएलओ के आने पर तुरंत फॉर्म जमा कर दें, ताकि अंतिम मतदाता सूची में उनका नाम शामिल हो सके।


