आपको बता दें कि अयोध्या धाम से गोरखपुर के रास्ते नेपाल के जनकपुर तक सीधी ट्रेन चलाई जाएगी वहीं रेलवे बोर्ड ने प्रारंभिक रूप से पूर्वोत्तर और उत्तर रेलवे को समय साड़ी भेजने को कहा है रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक यातायात की ओर से 29 फरवरी को जारी पत्र के अनुसार एनआईआर और एनआर को जल्द शेड्यूल बनाकर बोर्ड को भेजना है नेपाल तक जानने वाली लंबी दूरी की यह पहली सीधी सेवा होगी
आपको बता दे की भारतीय रेलवे की देश की किसी भी शहर से जनकपुर तक अभी कोई सीधी ट्रेन की सेवा नहीं है भारतीय सीमा में जयनगर आखरी स्टेशन है ट्रेन वहां तक जाती है जयनगर से जनकपुर धाम तक भारत की मदद से नेपाल रेलवे मैत्री सेवा के रूप में दो जोड़ी पैसेंजर ट्रेनों का भी संचालन कर रहा है अयोध्या धाम से जनकपुर तक सीधी ट्रेन चलाने से दोनों देशों के बीच धार्मिक और सांस्कृतिक संबंध मजबूत होंगे और पर्यटन को भी चढ़ावा मिलेगा
अभी सीतामढ़ी से अयोध्या तक मात्र एक ट्रेन अमृत भारत है जो की चलती है वह भी ट्रेन सप्ताह में 1 दिन चलती है ऐसे में एक नई ट्रेन शुरू हो जाने से यात्रियों को सीतामढ़ी के साथ ही जनकपुर धाम तक की यात्रा में काफी आसानी हो जाएगी