Deoria News: मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत देवरिया में 415 जोड़ों ने रचाई शादी, भव्य आयोजन बना मिसाल

देवरिया। समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत जनपद देवरिया में बुधवार 5 दिसंबर 2025 को आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में कुल 415 जोड़ों ने सात फेरे लेकर वैवाहिक जीवन की नई शुरुआत की। यह विशाल आयोजन राजकीय आईटीआई देवरिया के प्रांगण में संपन्न हुआ, जहां बड़ी संख्या में नवविवाहित जोड़ों के साथ उनके परिजन और स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का माहौल उत्साह, आनंद और सामाजिक सद्भाव से भरा हुआ दिखाई दिया।

इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम में 387 हिंदू और 28 मुस्लिम जोड़ों का विवाह कराया गया। शासन की मंशा के अनुरूप यह समारोह सभी वर्गों और समुदायों को साथ लेकर सामाजिक एकता और सहयोग की मिसाल बना। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पंडित गिरीश चंद्र तिवारी, अध्यक्ष जिला पंचायत देवरिया रहे, जिन्होंने सभी जोड़ों को आशीर्वाद देते हुए उनके सुखद दांपत्य जीवन की कामना की। इसके साथ ही सलेमपुर सांसद श्री रमाशंकर विद्यार्थी के प्रतिनिधि श्री रामप्रकाश यादव तथा एमएलसी श्री देवेंद्र प्रताप सिंह के प्रतिनिधि श्री राजू मणि भी कार्यक्रम में शामिल होकर नवविवाहितों को शुभकामनाएं दीं।

जिलाधिकारी दिव्या मित्तल, पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी, पिछड़ा वर्ग अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, परियोजना निदेशक जिला ग्राम्य विकास अभिकरण तथा संबंधित सभी खंड विकास अधिकारियों की उपस्थिति में कार्यक्रम सुव्यवस्थित और शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित किया गया। शहर के कई गणमान्य व्यक्तियों ने भी समारोह में भाग लेकर नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद प्रदान किया।

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बेटियों के विवाह में सहयोग देने के उद्देश्य से शुरू की गई थी। इस योजना का लाभ अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक वर्ग तथा सामान्य वर्ग के उन गरीब परिवारों को मिलता है जिनकी वार्षिक आय तीन लाख रुपये से कम होती है। समाज कल्याण विभाग द्वारा इस योजना के माध्यम से बेटियों की शादी में वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाती है ताकि परिवार पर आर्थिक बोझ न पड़े।

कार्यक्रम में प्रत्येक जोड़े पर कुल एक लाख रुपये व्यय किए गए। जिसमें से साठ हजार रुपये सीधे नवविवाहित कन्या के बैंक खाते में अंतरित किए जा रहे हैं। इसके अलावा पच्चीस हजार रुपये की गृहस्थी सामग्री, कपड़े और आभूषण प्रदान किए गए, जिससे नए जीवन की शुरुआत करने में उन्हें सहायता मिल सके। शेष पंद्रह हजार रुपये भोजन, टेंट, सजावट और अन्य आयोजन संबंधी व्यवस्थाओं पर खर्च किए गए।

इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम ने यह साबित किया कि सरकारी योजनाएं यदि सही तरीके से लागू हों तो समाज के कमजोर वर्गों के जीवन में बड़ा बदलाव ला सकती हैं। आयोजन के सफलतापूर्वक संपन्न होने के बाद सभी नवविवाहित जोड़ों के चेहरे पर खुशी और संतोष साफ झलक रहा था। अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने उनके सुखी दांपत्य जीवन की कामना करते हुए उन्हें विवाह प्रमाणपत्र भी प्रदान किए।

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