देवरिया जनपद के एकौना क्षेत्र से बेहद दर्दनाक खबर सामने आई है। यहां बुधवार की सुबह राप्ती नदी में नहाने के दौरान डूब रहे एक किशोर को बचाने की कोशिश में दो अन्य किशोरों की जान चली गई। हादसा एकौना थाना क्षेत्र के डढि़या गांव के पास हुआ, जिसने पूरे इलाके को गमगीन कर दिया। मृतकों में एक किशोर देवरिया जनपद के भिरवा गांव का निवासी था, जबकि दूसरा गोरखपुर जनपद के बड़हलगंज थाना क्षेत्र के खुटभार गांव का रहने वाला था। यह हादसा सुबह लगभग 11 बजे के आसपास हुआ।

जानकारी के मुताबिक, नरायनपुर गांव निवासी 12 वर्षीय समर पुत्र गिरीश बुधवार की सुबह राप्ती नदी में नहाने गया था। नहाते समय वह गहराई में चला गया और डूबने लगा। समर को डूबता देख उसी क्षेत्र के भिरवा गांव निवासी 17 वर्षीय सुजीत साहनी पुत्र राजेश बिना कुछ सोचे-समझे उसे बचाने के लिए नदी में कूद पड़ा। लेकिन नदी का बहाव तेज होने के कारण दोनों ही डूबने लगे।
इसी दौरान नदी के दूसरे छोर पर मौजूद कंसासुर गांव के घाट पर खड़ा गोरखपुर के खुटभार गांव निवासी 15 वर्षीय प्रियांशु पुत्र भोला पासवान भी यह दृश्य देख रहा था। इंसानियत का फर्ज निभाते हुए वह भी तुरंत नदी में कूद गया, ताकि दोनों की जान बचाई जा सके। लेकिन राप्ती नदी के तेज बहाव और गहराई ने उसकी भी जान ले ली।
घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के गांवों से लोगों की भारी भीड़ घटनास्थल पर जुट गई। गनीमत रही कि समर किसी तरह खुद को संभालते हुए नदी के किनारे तक पहुंच गया और उसकी जान बच गई। लेकिन उसे बचाने के लिए नदी में कूदे सुजीत और प्रियांशु की मौत हो गई।
ग्रामीणों की मदद से दोनों किशोरों को किसी तरह नदी से बाहर निकाला गया। गंभीर हालत में सुजीत को उसके परिजन तत्काल सीएचसी रुद्रपुर लेकर पहुंचे, लेकिन वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं प्रियांशु को बड़हलगंज सीएचसी ले जाया गया, लेकिन तब तक उसकी भी मौत हो चुकी थी।
इस हृदयविदारक हादसे से दोनों गांवों में मातम छा गया है। जहां एक ओर समर के परिजन उसकी जान बच जाने पर राहत की सांस ले रहे हैं, वहीं सुजीत और प्रियांशु के परिजन गहरे सदमे में हैं। गांव में हर कोई इन दोनों किशोरों की बहादुरी और इंसानियत को सलाम कर रहा है, जिन्होंने किसी और की जान बचाने के लिए अपनी जान की बाजी लगा दी।
स्थानीय प्रशासन और पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच की जा रही है। प्रशासन की ओर से पीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया गया है।
4o