Deoria News: देवरिया के इन रेलवे स्टेशनों पर तीन पीढ़ी से रुकती है एक ही ट्रेन इनका नाम भूलते जा रहे लोग।

उत्तर प्रदेश के देवरिया जनपद में कुछ ऐसे रेलवे स्टेशन है जहां तीन पीढ़ी बीत जाने के बाद भी एक ही ट्रेन रूकती है इसके सिवा आज तक कोई दूसरा ट्रेन नहीं रुकी उन स्टेशनों का नाम भूलते जा रहे हैं लोग क्या है रोचक तथ्य पूरा पढ़ें।

भारत की रीड की हड्डी कहे जाने वाली रेल व्यवस्था जो गरीब से लेकर आमिर तक कभी ना कभी रेल यात्रा पूरे अपनी जिंदगी में एक बार करते ही हैं लेकिन पूरे भारत में कुछ ऐसी भी रेलवे स्टेशन है जहां ट्रेन ही नहीं रुकती लेकिन मैं आज बात कर रहा हूं उत्तर प्रदेश के देवरिया जनपद में स्थित कुछ ऐसे रेलवे स्टेशन है जहां रेलवे के द्वारा कोई व्यवस्था नहीं दी गई है खास बात यह है कि उस रेलवे स्टेशन पर बैठने तक सुविधा नहीं है और एक ट्रेन की सिवा कोई ट्रेन नहीं रुकती जिस वजह से देवरिया जनपद हमेशा चर्चा में रहता है क्योंकि एक ट्रेन ऐसी भी है जो मात्र 30 किलोमीटर के लिए चलाई जाती हैं जो केवल 7 स्टेशन पर ही रुकती हैं जो रेलवे के लिए अलग पहचान है मैं बात कर रहा हूं भटनी से बरहज जाने वाली ट्रेन जिसे लोग प्यार से बरहजिय के नाम से जानते हैं।

इस रूट पर कुछ ऐसे रेलवे स्टेशन है जहां कुछ खास व्यवस्था नहीं है और उन रेलवे स्टेशन पर एक ट्रेन को छोड़ दिया जाए तो, तीन पीढ़ी बीत गई दूसरा कोई ट्रेन नहीं रुकी हालांकि लोगों का प्रयास है कि गोरखपुर से रूट को जोड़ देने से ट्रेनों की संख्या बढ़ेगी और क्षेत्र के लोगों को भी सुविधा होगी लेकिन ऐसा अभी तक नहीं हुआ है, लेकिन इस रूट पर रेलवे स्टेशनों की बात करें तो ज्यादातर रेलवे स्टेशन पर टिकट लेने वाले लोग ही नहीं है क्योंकि ट्रेन में बिना टिकट का यात्रा करते हैं वहीं भटनी से बरहज की तरफ जाने वाली मात्र एक ट्रेन जो लगभग 1980 के आसपास से ट्रेन चलाई जा रही है लेकिन इस रूट पर कुछ भी बदलाव नहीं हुआ जिस वजह से क्षेत्र के लोग काफी दिक्कतों का सामना करते हैं।

देवरिया के इन रेलवे स्टेशन पर रूकती है बस एक ट्रेन

देवरिया के कुछ ऐसे रेलवे स्टेशन है जहां तीन पीढ़ी बीत जाने के बाद भी मात्र एक ही ट्रेन रूकती है और उस रूट पर एक ही ट्रेन आती है और जाती है वह रेलवे स्टेशन है सिसई गुलाब राय इस रेलवे स्टेशन पर केवल एक ही ट्रेन रूकती है जिसका नाम है बरहजिया ट्रेन यह ट्रेन इस रेलवे स्टेशन पर रूकती है इस के सिवा अभी तक कोई दूसरा ट्रेन नहीं रुकी है केवल यही एक रेलवे स्टेशन नहीं है इसके आलावा कई और रेलवे स्टेशन है जो इस प्रकार है सताराव, देवरहा बाबा हाल्ट, पीवकोल, बरहज, इन रेलवे स्टेशनों पर के वल बारहजिया ट्रेन ही रुकती है यह वह रेलवे स्टेशन का नाम है जहां पर जब से यह रेलवे स्टेशन बना तब से आज तक इन रेलवे स्टेशनों पर केवल एक ही ट्रेन रुकी है, इसके सिवा अन्य कोई ट्रेन नहीं रुकी है जिसे बरहजिया के नाम से लोग जानते हैं।

खास बात है कि इन रेलवे स्टेशनों का नाम आपने शायद कहीं सुना भी नहीं होगा क्योंकि यह रेलवे स्टेशन गुमनामी में चल रहे हैं ना तो यहां ट्रेनों की संचालन होती है नहीं रेलवे स्टेशन पर कोई व्यवस्था है जिस वजह से यह रेलवे स्टेशन प्रसिद्ध नहीं है क्योंकि केवल एक ही ट्रेन के लिए या रेलवे स्टेशन बनाए गए हैं रेलवे स्टेशन पर आधुनिक सुविधा भी नहीं उपलब्ध है आप यह कह सकते हैं कि बरहज रूट अपेक्षा का शिकार हो गया है क्षेत्र के लोग बरहज रूट को गोरखपुर से जोड़ने की मांग करते रहते हैं।

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