देवरिया जनपद के पिडरा वार्ड में स्थित प्रसिद्ध पिडरा कुटी मंदिर परिसर में केदारनाथ ज्योतिर्लिंग शिव मंदिर की भव्य प्राण-प्रतिष्ठा विधिवत रूप से की गई। इस मौके पर मंदिर परिसर भक्ति, श्रद्धा और उत्साह से गूंज उठा। प्राण-प्रतिष्ठा से पहले एक विशाल कलश यात्रा निकाली गई, जिसमें श्रद्धालु महिलाओं ने सिर पर कलश धारण कर भाग लिया। भव्य कलश यात्रा और मंदिर स्थापना को लेकर पूरे क्षेत्र में उल्लास का माहौल रहा।

पिडरा कुटी मंदिर पहले से ही अपने ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। यह मंदिर परिसर प्राचीन दुर्गा मंदिर के कारण श्रद्धालुओं के बीच अत्यंत प्रसिद्ध है। मान्यता है कि जो भक्त नवरात्रि के नौ दिनों तक इस मंदिर में विधिवत पूजा-पाठ करते हैं, उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। मंदिर परिसर में स्थित प्राचीन तालाब भी भक्तों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है, जहां खिले हुए कमल के फूलों की छटा श्रद्धालुओं के मन को मोह लेती है।
मंदिर के मुख्य पुजारी स्वामी नारायण नंद सरस्वती खाकी जी महाराज ने जानकारी देते हुए बताया कि देवरिया वासियों के लिए यह एक ऐतिहासिक सौगात है कि अब उन्हें केदारनाथ धाम की यात्रा किए बिना ही भगवान शिव के दर्शन पिडरा वार्ड में मिल सकेंगे। उन्होंने कहा कि इस मंदिर में स्थापित केदारनाथ ज्योतिर्लिंग का महत्व आध्यात्मिक रूप से अत्यंत बड़ा है, और यह स्थान शिव भक्ति का नया केंद्र बनेगा।
प्राण-प्रतिष्ठा के इस आयोजन में शहर के प्रमुख श्रद्धालु एवं गणमान्य लोग शामिल रहे। इस भव्य आयोजन को सफल बनाने में डॉ. राधेश्याम सिंह, चंद्रशेखर सिंह, सेवानिवृत्त कमांडर भारत भूषण समेत अनेक भक्तों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। उन्होंने मंदिर के निर्माण से लेकर प्राण-प्रतिष्ठा तक के हर चरण में सहयोग देकर इस धार्मिक कार्य को पूर्ण किया।
मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में 10 अप्रैल तक लगातार हवन, पूजन और धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया जा रहा है। पूरे क्षेत्र से श्रद्धालु बड़ी संख्या में भाग ले रहे हैं और इस शुभ अवसर का लाभ उठा रहे हैं। स्थानीय नागरिकों का मानना है कि इस मंदिर के निर्माण से देवरिया अब एक नया धार्मिक केंद्र बन गया है, जहां दूर-दूर से लोग भगवान शिव के दर्शन के लिए आएंगे।
इस मंदिर की स्थापना न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह क्षेत्रीय संस्कृति, विरासत और आध्यात्मिकता को भी मजबूत करता है। इस मंदिर से न केवल भक्तों को भगवान शिव के प्रति श्रद्धा प्रकट करने का अवसर मिलेगा, बल्कि यह स्थान देवरिया जनपद के धार्मिक पर्यटन को भी नई दिशा देगा।
मंदिर में आने वाले समय में महाशिवरात्रि, सावन माह और अन्य शिव संबंधित पर्व-त्योहारों पर भव्य आयोजन किए जाएंगे, जिससे श्रद्धालुओं को आस्था और अध्यात्म का एक नया अनुभव प्राप्त होगा। इस प्रकार, पिडरा में केदारनाथ शिव मंदिर की स्थापना देवरिया जिले के लिए न केवल एक धार्मिक उपलब्धि है, बल्कि इसकी सांस्कृतिक गरिमा में भी वृद्धि का प्रतीक बन गया है।