तो आपको बता दें कि करो ना काल में पहले माता-पिता को खोया लेकिन उसके बाद भी जुड़वा बहनों ने हार नहीं मानी और अपनी पढ़ाई जारी रखी शायद वह पढ़ाई से अपनी किस्मत को बदलना चाहती थी और वह भी कुछ ऐसा ही दोनों बहने यूपी बोर्ड के 12वीं नतीजे मैं अव्वल रही देवरिया की इन दोनों जुड़वा बहनों ने एक चीज तो सिखा दिया की हालत कितने भी विपरीत क्यों ना हो लेकिन आपकी मेहनत उसे पलट सकती है
वहीं जिला अधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन योजना के लाभार्थी जुड़वा बहनों रिद्धि पांडे और सिद्धि पांडे को यूपी बोर्ड घोषित इंटरमीडिएट की परीक्षा में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण होने पर बधाई दी है अपने कलेक्टर ऑफिस में उपहार देकर दोनों बहनों को सम्मानित करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना भी की है और साथ ही में डीएम ने कहा की रिद्धि
एवं सिद्धि के विपरीत परिस्थितियों में पढ़ाई कर अच्छे अंक प्राप्त करने से कई लोगों को प्रेणा मिलेगा
कोविड के दौरान दोनों बच्चियां अनाथ हो गई थी
वहीं डीएम ने कहा कि रिद्धि और सिद्धि के विपरीत
स्थितियों में पढ़ाई कर अच्छे अंक प्राप्त करने से कई लोगों को प्रेणना भी मिलेगी उन्होंने दोनों की काउंसलिंग भी की तथा भविष्य में बड़े लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रेरित भी किया डीएम ने बताया कि कोविड के दौरान दोनों बहाने अपने अभिभावक को खो चुकी हैं दोनों पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन योजना से आच्छादित हैं इस योजना के तहत जिला अधिकारी को विनय में अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चे के अभिभावक होते हैं
मंगलवार को घोषित इंटर की परीक्षा में दोनों बच्चियों ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है सिद्धि पांडे को 500 में से 337 अंक और रिद्धि पांडे को 374 अंक प्राप्त हुए उनकी सफलता पर जिला अधिकारी ने मंगलवार को अपने ऑफिस में बुलाकर पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन योजना से सम्मानित किया और उपहार देकर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की वही बच्चियों का कहना है कि हम भी डीएम साहब की तरह बनेंगे आईएस