Deoria News: गाजियाबाद के तरह देवरिया जनपद में भी कुछ घंटों के लिए बुक होते है होटल रूम आखिर क्यों

हाल ही में गाजियाबाद के विजय नगर इलाके में पुलिस ने दो होटलों पर छापा मारकर तीन जोड़ों को आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा। यह घटना बताती है कि होटलों में किस तरह के अनैतिक गतिविधियां चल रही हैं। गाजियाबाद में पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर इन होटलों में छापा मारा और पाया कि वहां युवाओं को कुछ घंटों के हिसाब से रूम दिए जा रहे थे। इसी तरह की घटनाएं देवरिया जिले में भी हो सकती हैं, जहां ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले युवा-युवतियों को आसानी से रूम उपलब्ध कराए जाते हैं। अगर देवरिया पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच करें तो निश्चित रूप से कुछ चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।

देवरिया में होटल बुकिंग का खेल

देवरिया के कुछ होटलों में घंटे के हिसाब से रूम बुकिंग का चलन तेजी से बढ़ रहा है। इनमें से कई होटल बिना उचित पहचान पत्र या अनुमति के ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले युवा-युवतियों को रूम उपलब्ध करा रहे हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, यहां भी गाजियाबाद जैसी स्थिति सामने आ सकती है यदि पुलिस गुप्त सूचना और ठोस योजना के साथ कार्रवाई करे। इन होटलों में प्रबंधन और कर्मचारियों की मिलीभगत से नियमों का उल्लंघन होता है। पुलिस अगर छानबीन करें तो यह मामला और गंभीर हो सकता है।

अनैतिक गतिविधियों का गढ़ बनते होटल

देवरिया के होटलों में बिना किसी रोक-टोक के घंटे के हिसाब से कमरा बुकिंग कराई जा रही है। ग्रामीण इलाकों से आने वाले युवा-युवतियों को इन होटलों में कमरा मिलना काफी आसान होता है। इन युवाओं को ऐसे होटलों में रुकने के लिए बिना किसी आईडी प्रूफ के ही कमरे दिए जाते हैं। यह एक खतरनाक स्थिति है, क्योंकि इसका दुरुपयोग अपराधों को बढ़ावा दे सकता है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस तरह की गतिविधियां युवाओं के भविष्य को खतरे में डाल सकती हैं और समाज में नकारात्मक प्रभाव डाल रही हैं।

पुलिस की उदासीनता या मिलीभगत?

इस मामले पर पुलिस की उदासीनता या मिलीभगत भी सवालों के घेरे में आती है। जहां एक ओर पुलिस को ऐसी गतिविधियों पर नकेल कसनी चाहिए, वहीं दूसरी ओर कई जगहों पर पुलिस की कार्रवाई में सुस्ती नजर आती है। गाजियाबाद में जिस तरह पुलिस ने छापेमारी कर मामले को उजागर किया, वैसी ही कार्रवाई अगर देवरिया में भी की जाए तो कई अनैतिक गतिविधियां सामने आ सकती हैं। देवरिया के निवासियों का मानना है कि पुलिस की सख्ती से ही ऐसे मामलों में कमी आ सकती है और समाज में एक सकारात्मक संदेश जा सकता है।

देवरिया पुलिस को करनी चाहिए सख्त कार्रवाई

देवरिया पुलिस को इस मामले में गहराई से जांच करनी चाहिए और उन होटलों पर नजर रखनी चाहिए जो इस तरह की गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं। यदि गाजियाबाद पुलिस की तरह ही देवरिया पुलिस भी जांच करती है, तो कई होटलों की पोल खुल सकती है। स्थानीय लोगों ने पुलिस से गुहार लगाई है कि जल्द से जल्द होटलों पर कड़ी नजर रखी जाए ताकि इन गतिविधियों पर रोक लगाई जा सके।

इस प्रकार की घटनाएं देवरिया जैसे जिलों में कानून और व्यवस्था के लिए चुनौती बनती जा रही हैं। देवरिया पुलिस के पास अब मौका है कि वह गाजियाबाद की घटना से सबक लेते हुए जिले के होटलों पर सख्ती बरते और इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाए।

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