देवरिया। जनपद के धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण बैकुंठपुर क्षेत्र में इन दिनों शराबियों का आतंक लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। खासकर शाम होते ही यहां स्थित चिकन-मटन की दुकानों पर शराबियों की भीड़ जमा हो जाती है, जहां खुलेआम दारू पीकर ये लोग गाली-गलौज और मारपीट करते हैं। इसकी वजह से वहां से गुजरने वाले शरीफ लोगों, महिलाओं और लड़कियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

बैकुंठपुर चौराहा देवरिया जिले का एक प्रमुख धार्मिक स्थल माना जाता है। यहां पर स्थित श्रीराम मंदिर और संस्कृत महाविद्यालय की वजह से यह क्षेत्र आध्यात्मिक आस्था का केंद्र रहा है। लेकिन मंदिर के ठीक बगल में चिकन, मटन और मछली की दर्जनों दुकानें सजती हैं, जो अब शराबियों का अड्डा बन चुकी हैं। इन दुकानों पर बैठकर खुलेआम शराब पीने की छूट होने के कारण वहां असामाजिक तत्वों की संख्या बढ़ती जा रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि आए दिन यहां नशे में धुत युवक आपस में भिड़ते हैं और मारपीट करने लगते हैं। मंगलवार की शाम को भी ऐसा ही एक मामला सामने आया जब तीन शराबी बैकुंठपुर-देवरिया मार्ग पर आपस में भिड़ गए और जमकर मारपीट हुई। इस दौरान सड़क से गुजरने वाले राहगीरों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा और माहौल तनावपूर्ण हो गया।
सबसे चिंताजनक बात यह है कि यह सब कुछ बरियारपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है, लेकिन पुलिस प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। न तो दुकानों पर शराब पीने पर रोक लगाई जा रही है और न ही असामाजिक गतिविधियों में लिप्त लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई हो रही है।
स्थानीय निवासियों और दुकानदारों ने प्रशासन है, लेकिन अब तक कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया गया है। धार्मिक स्थल के समीप इस प्रकार की गतिविधियां न सिर्फ क्षेत्र की गरिमा को ठेस पहुंचा रही हैं, बल्कि आम जनता की सुरक्षा पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रही हैं।
जनता ने जिला प्रशासन और पुलिस विभाग से मांग की है कि धार्मिक और सार्वजनिक स्थानों के पास से अवैध रूप से शराब पीने वालों को हटाया जाए, चिकन-मटन दुकानों पर निगरानी रखी जाए और नियमित पुलिस गश्त लगाई जाए ताकि महिलाओं और आम नागरिकों को सुरक्षित माहौल मिल सके।