देवरिया: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में एक महिला अपने ही ससुराल में घर से बाहर बैठने को मजबूर है। महिला का आरोप है कि उसके सास-ससुर ने उसे घर में घुसने से रोक दिया है और उसके तीन साल के बेटे को छिपा दिया है। बच्चे से मिलने के लिए तड़प रही यह महिला पिछले 36 घंटे से घर के बाहर बैठी है और न्याय की गुहार लगा रही है।

बेटे से मिलने को तड़प रही मां
मामला तरकुलवा थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत बंजरिया के शेखपुरा गांव का है। यहां रहने वाली रुखसाना की शादी इसी गांव में हुई थी, लेकिन अब वह अपने ही ससुराल में बेगानी हो गई है। महिला का कहना है कि ससुराल वालों ने उसे घर से बाहर निकाल दिया और अब तीन साल के बेटे को भी उससे दूर कर दिया गया है।
रुखसाना का आरोप है कि जब भी वह घर में जाने की कोशिश करती है तो सास-ससुर उसे गाली देकर भगा देते हैं। वह भूखी-प्यासी घर के बाहर बैठी है, लेकिन कोई भी उसकी मदद नहीं कर पा रहा है।
पुलिस के आते ही भाग जाते हैं ससुराल वाले
रुखसाना ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। लेकिन उसका कहना है कि जैसे ही पुलिस आती है, ससुराल वाले घर छोड़कर भाग जाते हैं। इस वजह से मामला सुलझ नहीं पा रहा है और उसे अब भी अपने बच्चे से मिलने नहीं दिया जा रहा।
महिला का यह भी आरोप है कि जब कोई गांववाला उसकी मदद करने या उसे खाना देने की कोशिश करता है तो सास-ससुर उसके साथ गाली-गलौज करने लगते हैं।
न्याय की उम्मीद में 36 घंटे से बैठी है बहू
रुखसाना 36 घंटे से अपने ही ससुराल में घर के बाहर बैठी है और अपने बेटे की एक झलक पाने के लिए तड़प रही है। उसे बच्चे की सुरक्षा की चिंता सता रही है और वह अनहोनी की आशंका भी जता रही है।
गांववालों के मुताबिक, रुखसाना और उसके ससुराल वालों के बीच लंबे समय से पारिवारिक विवाद चल रहा था। लेकिन अब यह विवाद इतना बढ़ गया है कि महिला को अपने ही घर में जाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।
क्या मिलेगा रुखसाना को न्याय?
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इस विवाद का हल निकाला जाएगा। लेकिन सवाल यह है कि क्या रुखसाना को उसका हक मिलेगा?
अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या प्रशासन इस मामले में ठोस कदम उठाएगा या फिर रुखसाना को इसी तरह ससुराल में घर के बाहर बैठकर अपने बेटे का इंतजार करना पड़ेगा? यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।