देवरिया, उत्तर प्रदेश – उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में एक हैरान कर देने वाली और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहाँ एक नाबालिक लड़की के साथ उसके ही नजदीकी रिश्तेदार ने बलात्कार किया, जिसके परिणामस्वरूप वह गर्भवती हो गई और उसने एक बच्चे को जन्म दिया। यह मामला देवरिया जिले के तरकुलवा थाना क्षेत्र के एक गाँव का है, जहाँ पीड़िता की उम्र अभी इतनी कम थी कि वह शारीरिक और मानसिक रूप से इस तरह की घटना को समझने और सहने की स्थिति में भी नहीं थी।

सोशल मीडिया से मिली जानकारी, पुलिस ने की कार्रवाई
इस मामले की जानकारी सबसे पहले सोशल मीडिया के माध्यम से सामने आई। जब देवरिया पुलिस को इस घटना के बारे में पता चला, तो उन्होंने तुरंत पीड़िता के परिवार से संपर्क किया। परिवार वालों ने पुलिस के सामने आरोपी के खिलाफ तहरीर देकर कानूनी कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और अब उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
कौन है आरोपी? समाज में सवाल
आरोपी पीड़िता का ही नजदीकी रिश्तेदार है, जिसने उसकी मासूमियत और भरोसे का फायदा उठाकर उसके साथ यह जघन्य अपराध किया। इस घटना ने पूरे समाज में आक्रोश पैदा कर दिया है, क्योंकि जिस उम्र में एक लड़की का शारीरिक और मानसिक विकास होना चाहिए, उस उम्र में उसके साथ हुई इस दरिंदगी ने उसकी पूरी जिंदगी बर्बाद कर दी।
नाबालिकों के साथ बलात्कार: एक सामाजिक अभिशाप
यह मामला नाबालिक लड़कियों के साथ हो रहे यौन शोषण की एक और कड़ी है, जो समाज के सामने एक बड़ा सवाल खड़ा करता है। बच्चियों की सुरक्षा और उनके अधिकारों को लेकर कानून तो मौजूद हैं, लेकिन ऐसे मामले लगातार सामने आ रहे हैं, जो यह साबित करते हैं कि समाज और प्रशासन को इस दिशा में और सख्त कदम उठाने की जरूरत है।
पॉक्सो एक्ट के तहत होगी सख्त कार्रवाई
चूंकि पीड़िता नाबालिक है, इसलिए इस मामले में पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस कानून के अंतर्गत नाबालिकों के साथ यौन शोषण करने वाले आरोपियों को कड़ी सजा का प्रावधान है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है और मामले की गहन जाँच की जा रही है।
पीड़िता और नवजात की हालत क्या है?
पीड़िता और उसके नवजात बच्चे की हालत अभी स्थिर बताई जा रही है, लेकिन मानसिक रूप से वह गहरे सदमे से गुजर रही है। परिवार वाले भी इस घटना से बेहद आहत हैं और आरोपी के खिलाफ कड़ी से कड़ी सजा की मांग कर रहे हैं। स्थानीय समाजसेवी संगठनों ने भी पीड़िता और उसके परिवार को सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है।
समाज और प्रशासन की जिम्मेदारी
इस घटना ने एक बार फिर समाज और प्रशासन के सामने बच्चियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ऐसे मामलों में न सिर्फ आरोपियों को सजा मिलनी चाहिए, बल्कि समाज को भी जागरूक होकर ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आगे आना चाहिए। साथ ही, बच्चों को यौन शोषण के प्रति जागरूक करने और उन्हें सुरक्षित माहौल देने की जिम्मेदारी भी समाज की ही है।