जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह की अध्यक्षता में आज विकास भवन स्थित गांधी सभागार में स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत स्वच्छता शपथ का आयोजन हुआ। इस अवसर पर उन्होंने जनपदवासियों से स्वच्छता संबंधी आदतों को अपनी जीवन शैली का हिस्सा बनाने का अनुरोध किया। यदि नागरिक ठान ली तो गंदगी हो ही नहीं सकती।
जिलाधिकारी ने कहा कि स्वच्छता ही सेवा अभियान की थीम कचरा मुक्त भारत है और इसके केंद्र में है संपूर्ण स्वच्छ गांव तथा साफ-सफाई को प्रत्येक व्यक्ति की जीवनशैली बनाना। प्रत्येक नागरिक को श्रमदान कर जनपद को स्वच्छ रखने में अपना योगदान देना चाहिए। यदि नागरिक स्वच्छता संबंधित आदतों को अपनी जीवन शैली का हिस्सा बना लें तो ऐसी कोई वजह नहीं कि जनपद स्वच्छ एवं सुंदर न दिखे। पखवाड़े के अंतर्गत स्कूलों और कॉलेजों में स्वच्छता क्लब स्थापित जाएंगे। इस अभियान में सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्ति पर विशेष रूप से जोर दिया जाएगा।
डीएम ने कहा कि स्वच्छता सेवा पखवाड़ा के तहत प्लास्टिक कचरा पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। प्रत्येक ब्लॉक में सर्वाधिक प्लास्टिक कचरा एकत्र करने वाले तीन-तीन ग्राम पंचायतों को तौल के आधार पर पुरस्कृत किया जाएगा। इसी प्रकार नगरीय क्षेत्र में स्वच्छता आधारित इंटर वार्ड कंपटीशन आयोजित होगा। प्रत्येक नगरीय निकाय क्षेत्र में तौल के आधार पर सर्वाधिक प्लास्टिक कचरा एकत्र करने वाले तीन-तीन वार्डों को भी आगामी 2 अक्टूबर को सम्मानित किया जाएगा। जिलाधिकारी ने बताया कि सबसे स्वच्छ कार्यालय को भी पुरस्कृत किया जाएगा।
डीपीआरओ सर्वेश कुमार पांडेय ने बताया कि समस्त ग्रामीण क्षेत्रों में गीले एवं कचरे के प्रबंधन के लिए कंपोस्ट पिट, नाडेप एवं वर्मी कंपोस्ट बनाने के प्रति जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
इस अवसर पर सीएमओ डॉ राजेश झा, जिला विकास अधिकारी रवि शंकर राय, डीएफओ जगदीश आर, एआरटीओ आशुतोष शुक्ला, पीडी अनिल कुमार, डीपीओ कृष्णकांत राय सहित समस्त जनपद स्तरीय अधिकारी