Deoria News: देवरिया: चोरी की अफवाहों से ग्रामीणों में दशहत, रात भर जागकर कर रहे हैं गांव की रखवाली

उत्तर प्रदेश के देवरिया जनपद के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों चोरी की अफवाहों ने गांव वालों को भारी चिंता में डाल दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि हाल के दिनों में गांवों में चोरी की घटनाएं बढ़ गई हैं, जिसके चलते वे रातभर जागकर गांव की रखवाली करने को मजबूर हैं। लोगों में इस कदर दशहत है कि वे हाथों में डंडे लेकर समूह में गश्त लगाते हैं ताकि चोरों से गांव को सुरक्षित रखा जा सके।

लार थाना क्षेत्र के कई ग्राम पंचायतों में ऐसी स्थिति है कि गांव के निवासी पूरी रात जागकर पहरेदारी कर रहे हैं। रात के समय किसी अनजान व्यक्ति का गांव में आना-जाना अब खतरनाक हो गया है। यदि कोई बाहरी व्यक्ति गांव के रास्ते से गुजरता है तो ग्रामीण पहले उसकी पहचान की जांच करते हैं, आधार कार्ड या अन्य पहचान पत्र देखते हैं, और स्थिति संदिग्ध लगने पर पुलिस को सूचना देते हैं। कई मामलों में लोगों ने संदिग्ध व्यक्ति के साथ मारपीट भी की है।

अफवाहों से उपजी चिंता

यह दशहत यों ही नहीं फैली है, हाल के दिनों में कई गांवों में चोरी की घटनाओं के समाचार मिले हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस चोरी की घटनाओं को रोकने में नाकाम रही है, जिसके चलते उन्हें खुद ही गांव की सुरक्षा के लिए कदम उठाने पड़े हैं। लार थाना क्षेत्र के अलावा अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में भी ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं, जहां गांव के लोग रातभर जागकर सुरक्षा में जुटे हुए हैं। इस डर और अफवाह का प्रभाव इतना गहरा हो गया है कि गांव का माहौल पूरी तरह से तनावपूर्ण हो चुका है।

ग्रामीणों का यह भी कहना है कि इस प्रकार के अपराध रोकने के लिए पुलिस की भूमिका सशक्त होनी चाहिए। चोरी की घटनाओं से पहले जहां गांव शांत और सुरक्षित हुआ करते थे, वहीं अब हर कोई अपने घर और परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंतित है। अफवाहें और असली घटनाएं मिलकर गांव वालों में भय का माहौल बना रही हैं, और ग्रामीण अपनी सुरक्षा के लिए लगातार सजग हैं।

पुलिस कर रही है अफवाहों पर काबू पाने की कोशिश

वहीं, देवरिया पुलिस लोगों को समझाने की कोशिश कर रही है कि यह अफवाहें हैं, और इन पर ध्यान न दिया जाए। पुलिस का कहना है कि चोरी की कुछ घटनाएं ज़रूर हुई हैं, लेकिन जितनी अफवाहें फैली हैं, उतनी स्थिति गंभीर नहीं है। पुलिस ग्रामीणों से अपील कर रही है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और कानून को अपने हाथ में न लें। अगर उन्हें किसी संदिग्ध व्यक्ति के बारे में जानकारी मिलती है तो तुरंत पुलिस को सूचित करें, बजाय खुद कार्रवाई करने के।

पुलिस प्रशासन गांवों में जाकर ग्रामीणों को समझाने का प्रयास कर रही है कि वे अफवाहों से भयभीत न हों और सहयोग बनाए रखें। पुलिस के अनुसार, यदि लोग कानून-व्यवस्था को हाथ में लेंगे तो इससे स्थिति और खराब हो सकती है। पुलिस ने गांवों में रात को गश्त भी बढ़ा दी है ताकि सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और लोग बिना डर के सो सकें।

चोरी की घटनाओं का बढ़ता डर

हालांकि, ग्रामीणों का कहना है कि चोरी की घटनाएं बढ़ी हैं, और कई जगहों पर चोरियों की पुष्टि भी हुई है। लार थाना क्षेत्र में कई जगहों पर चोरों ने घरों में घुसकर सामान चोरी किया है, जिससे लोगों का डर और बढ़ गया है। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस की ओर से ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही, जिसके चलते उन्हें रातभर जागना पड़ रहा है।

रात के अंधेरे में गांव की सड़कों पर टॉर्च की रोशनी में डंडे लेकर चलते लोग अब गांवों का आम दृश्य बन चुके हैं। इन पहरेदारों का कहना है कि वे अपनी सुरक्षा के लिए पूरी तरह से सतर्क हैं, और जब तक चोरी की घटनाएं बंद नहीं होतीं, वे इसी तरह गांव की सुरक्षा करेंगे।

पुलिस प्रशासन लगातार यह कोशिश कर रहा है कि चोरी की घटनाओं को रोका जाए और अफवाहों को खत्म किया जाए, लेकिन ग्रामीणों का भय और सतर्कता उन्हें इस स्थिति से बाहर नहीं निकलने दे रहा। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या अफवाहों का अंत होगा, या फिर ग्रामीण इसी तरह रात-रातभर जागते रहेंगे?

ग्रामीण इलाकों में इस समय एक असामान्य स्थिति बनी हुई है, जहां लोग अपनी सुरक्षा के लिए खुद कदम उठा रहे हैं, और अफवाहों के डर से जागते हुए रातें बिता रहे हैं।

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