देवरिया। जनपद में लगातार दूसरे दिन सुबह से ही घना कोहरा छाया रहा, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। कोहरे की वजह से सड़कों पर दृश्यता काफी कम हो गई और वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ गई। राष्ट्रीय राजमार्गों से लेकर जिला मार्गों और ग्रामीण सड़कों तक वाहनों को हेडलाइट जलाकर रेंगते हुए चलना पड़ा। कई जगहों पर सुबह के समय दृश्यता 20 से 30 मीटर तक सिमट गई, जिससे हादसों का खतरा भी बढ़ गया।

कोहरे के साथ-साथ ठंड का असर भी अब तेज़ी से बढ़ने लगा है। सुबह और देर शाम सर्द हवाओं ने लोगों को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया। शहर के चौराहों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और ग्रामीण इलाकों में लोग अलाव का सहारा लेते नजर आए। खासकर दिहाड़ी मजदूर, रिक्शा चालक और सुबह काम पर निकलने वाले लोगों को ठंड और कोहरे दोनों से दोहरी मार झेलनी पड़ रही है।
घने कोहरे का असर परिवहन व्यवस्था पर भी साफ दिखाई दिया। सुबह के समय कई रूटों पर बसें देरी से चलीं। निजी वाहनों और दोपहिया चालकों को भी विशेष सावधानी बरतनी पड़ी। पुलिस और प्रशासन की ओर से वाहन चालकों को धीमी गति से चलने और फॉग लाइट का प्रयोग करने की सलाह दी गई है। यातायात पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अनावश्यक यात्रा से बचें और कोहरे में ओवरटेक करने से परहेज करें।
ठंड बढ़ने से बच्चों और बुजुर्गों की परेशानी भी बढ़ गई है। सुबह स्कूल जाने वाले बच्चों को ठंड और कोहरे में घर से निकलना पड़ रहा है, जिससे स्वास्थ्य पर असर पड़ने की आशंका है। चिकित्सकों का कहना है कि इस मौसम में सर्दी, खांसी, बुखार और सांस संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। डॉक्टरों ने सलाह दी है कि लोग गर्म कपड़े पहनें, सुबह-शाम ठंडी हवा से बचें और बच्चों को पूरी तरह ढककर ही बाहर भेजें।
ग्रामीण इलाकों में भी कोहरे का असर कम नहीं है। खेतों की ओर जाने वाले किसान और पशुपालक सुबह के समय अलाव जलाकर ठंड से बचाव करते दिखे। बाजारों में सुबह की चहल-पहल अपेक्षाकृत कम रही, जबकि धूप निकलने के बाद धीरे-धीरे सामान्य स्थिति बनी।
मौसम जानकारों के अनुसार आने वाले दिनों में ठंड और कोहरा और बढ़ सकता है। रात के तापमान में गिरावट के साथ सुबह के समय घने कोहरे की स्थिति बनी रह सकती है। ऐसे में प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। खासतौर पर वाहन चालकों, स्कूली बच्चों और बुजुर्गों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है।
कुल मिलाकर देवरिया में ठंड ने अब अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। घना कोहरा जहां यातायात और रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित कर रहा है, वहीं बढ़ती सर्दी लोगों को अलाव और गर्म कपड़ों का सहारा लेने पर मजबूर कर रही है। आने वाले दिनों में मौसम का यह मिजाज और चुनौतीपूर्ण हो सकता है, ऐसे में सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है।


