Deoria News: देवरिया में जिलाधिकारी दिव्या मित्तल की उपस्थिति में क्रॉप कटिंग का आयोजन, धान की उत्पादकता 48.266 क्विंटल प्रति हेक्टेयर मापी गई

देवरिया जिले के सदर तहसील के ग्राम रघवापुर में खरीफ फसल धान की उत्पादकता का सही आंकलन करने के उद्देश्य से क्रॉप कटिंग का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल की विशेष उपस्थिति रही। इस प्रक्रिया के दौरान धान की औसत पैदावार 48.266 क्विंटल प्रति हेक्टेयर मापी गई।

कैसे की गई क्रॉप कटिंग प्रक्रिया

क्रॉप कटिंग के दौरान चयनित खेत में एक समबाहु त्रिभुज आकार में प्रति 10 मीटर भुजा वाले क्षेत्र का चयन किया गया। इस क्षेत्र में पूरी विधि के अनुसार धान की कटाई की गई। कटाई के बाद प्राप्त धान को तौला गया और औसत पैदावार की गणना की गई। यह प्रक्रिया वैज्ञानिक पद्धति पर आधारित होती है, जिसका उद्देश्य फसलों की उत्पादकता का सटीक आंकलन करना है।

जिलाधिकारी ने इस अवसर पर किसानों से संवाद करते हुए उनके खेतों की स्थिति, खेती की चुनौतियों और सरकारी योजनाओं के लाभ के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। उन्होंने किसानों को आश्वासन दिया कि जिला प्रशासन उनके हितों के प्रति प्रतिबद्ध है। उन्होंने किसानों को बताया कि जिले के सभी सरकारी क्रय केंद्रों पर धान की खरीद शुरू हो चुकी है और किसानों से अनुरोध किया कि वे अपने अतिरिक्त उत्पादन को इन केंद्रों पर बेचें। इससे किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिलेगा।

फसल बीमा योजना के लिए महत्वपूर्ण प्रक्रिया

क्रॉप कटिंग प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य फसल की औसत पैदावार का आंकलन करना है। इस आंकलन को शासन को भेजा जाता है, जिसके आधार पर फसल बीमा धारकों को मुआवजा दिया जाता है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत यह आंकड़े अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। फसल को प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुकसान की भरपाई और बीमा योजना के तहत मुआवजे का निर्धारण इसी प्रक्रिया पर निर्भर करता है।

इसके अलावा, जिले में विभिन्न फसलों की प्रति हेक्टेयर उत्पादकता का आंकलन भी इसी पद्धति के आधार पर किया जाता है। यह प्रक्रिया किसानों के लिए एक सुरक्षा कवच का कार्य करती है और उनकी आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करने में सहायक होती है।

कृषि विकास और सरकारी प्रयास

जिलाधिकारी ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा किसानों की मदद के लिए विभिन्न योजनाओं को सुचारू रूप से क्रियान्वित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य प्रदान करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

किसानों से संवाद के दौरान जिलाधिकारी ने कृषि से संबंधित समस्याओं को सुनने के साथ ही उनके सुझाव भी लिए। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन कृषि क्षेत्र में हर संभव मदद देने के लिए तत्पर है।

विशिष्ट अधिकारियों की उपस्थिति

इस कार्यक्रम में एसडीएम सदर श्री विपिन द्विवेदी, मंडलीय सांख्यिकीय अधिकारी प्रकाश कुमार शुक्ला, प्रभारी अपर सांख्यिकीय अधिकारी संजीव सिंह, तहसीलदार केके मिश्रा सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे। इन अधिकारियों ने क्रॉप कटिंग प्रक्रिया का निरीक्षण किया और इसकी सटीकता सुनिश्चित की।

जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसे आयोजन न केवल किसानों को जागरूक करते हैं, बल्कि उन्हें सरकारी योजनाओं से जोड़ने में भी सहायक होते हैं। इस कार्यक्रम से यह भी स्पष्ट हुआ कि देवरिया जिले में धान की खेती के क्षेत्र में किसानों की मेहनत और प्रशासन के प्रयास रंग ला रहे हैं।

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