देवरिया। जिले में अपराध और अवैध गतिविधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत बरहज थाना पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने गोवध निवारण अधिनियम के एक मामले में वांछित चार गो-तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से एक देशी तमंचा 12 बोर, दो जिंदा कारतूस और एक अवैध चाकू बरामद किया गया है। सभी आरोपियों को मुखबिर की सूचना पर देईडीहा मोड़ के पास से पकड़ा गया।

पुलिस अधीक्षक देवरिया संजीव सुमन के निर्देश पर जनपद में अपराधियों के खिलाफ अभियान लगातार चलाया जा रहा है। इसी क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी सुनील कुमार सिंह के निर्देशन और क्षेत्राधिकारी बरहज राजेश चतुर्वेदी के पर्यवेक्षण में बरहज पुलिस ने यह कार्रवाई की।
थाना बरहज में पंजीकृत मु0अ0सं0 305/2025, धारा 3/5A/8 गोवध निवारण अधिनियम व 11 पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के मामले में ये चारों आरोपी वांछित चल रहे थे। मंगलवार को पुलिस ने घेराबंदी कर सभी को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार आरोपी
- शकील अहमद, पुत्र स्व. शब्बीर, निवासी फरिहां, थाना निजामाबाद, आजमगढ़
- आजाद मोहम्मद उर्फ नाटे, पुत्र निजामुद्दीन, निवासी मिश्रौली, थाना सिंगरामऊ, जौनपुर
- मो. रऊफ, पुत्र गुल्लू उर्फ गुलाम अहमद, निवासी सिंगरामऊ, जौनपुर
- करीमुद्दीन, पुत्र अलाउद्दीन, निवासी सिंगरामऊ, जौनपुर
बरामदगी
01 देशी तमंचा 12 बोर
02 जिंदा कारतूस
01 अवैध चाकू
गिरफ्तारी के बाद आरोपियों से पूछताछ की गई। शकील अहमद और आजाद मोहम्मद के कब्जे से हथियार मिलने पर मुकदमे में आर्म्स एक्ट की धाराएं भी बढ़ा दी गई हैं।
मुख्य आरोपी शकील अहमद का लंबा आपराधिक इतिहास
शकील अहमद पर आजमगढ़ और आसपास के जिलों में कई गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। इनमें 307, 394, आर्म्स एक्ट, बीएनएस की विभिन्न धाराएं और अन्य अपराध शामिल हैं। वह पहले भी कई बार जेल जा चुका है।
उसके खिलाफ दर्ज प्रमुख मुकदमे:
मु0अ0सं0 428/2024 (बीएनएस 317(2), 303(2), थाना महराजगंज)
मु0अ0सं0 446/2024 (बीएनएस 111/303(2), 317(4), थाना मुबारकपुर)
मु0अ0सं0 547/2012 (धारा 307/394, 511 भादवि, थाना निजामाबाद)
मु0अ0सं0 248/2013 (आर्म्स एक्ट, थाना फूलपुर)
आजाद मोहम्मद और मो. रऊफ भी लम्बे समय से सक्रिय अपराधी
आजाद मोहम्मद पर गोवध अधिनियम, आर्म्स एक्ट और गैंगस्टर एक्ट के कई मुकदमे दर्ज हैं।
मो. रऊफ के खिलाफ प्रतापगढ़ और जौनपुर जिलों में हत्या प्रयास, आर्म्स एक्ट व गो-तस्करी से जुड़े मामले दर्ज हैं।
पुलिस का कहना है कि चारों आरोपी संगठित रूप से गो-तस्करी में शामिल थे और लंबे समय से पुलिस को चकमा देकर फरार चल रहे थे।
बरहज पुलिस ने चारों को गिरफ्तार कर जेल भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पुलिस अधीक्षक ने टीम को सराहनीय कार्य के लिए प्रशंसा भी दी है।


