प्रसिद्ध न्यूज़ पेपर वेबसाइट दैनिक भास्कर के अनुसार देवरिया जनपद में 40 परसेंट ऐसे मरीज को एंबुलेंस बुकिंग दिखाया गया है जो एंबुलेंस बुक नहीं किए हैं भास्कर के रिपोर्ट के अनुसार देवरिया जनपद में फरवरी-मार्च अप्रैल महीने में 21 हजार 93 मरीज को एंबुलेंस सेवा दिया गया जिसमें 40 परसेंट मामले फर्जी पाए गए हैं रिपोर्ट के अनुसार भाटपार रानी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर 793मामले आए जिसकी जांच की गई जिसमें 342 मलाल फर्जी है जिसने कभी भी एंबुलेंस सेवा बुक नहीं किया है सीएमओ डॉ सुरेंद्र सिंह ने कहा, जांच जारी है, फाइनल लिस्ट तैयार होते ही शासन को भेजी जाएगी।
जहां देवरिया जनपद में मरीजों का एकमात्र सहारा डायल 108 एंबुलेंस है | इस तरह से फर्जीवाड़ा का खुलासा होते ही स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है भास्कर के रिपोर्ट के अनुसार एक एंबुलेंस को 1 महीने का खर्च 1लाख 34 हाजर रुपये सरकार के द्वारा तय किया गया है लेकिन वर्तमान में एक एंबुलेंस को तीन लाख तक बिल बन जा रहा है सरकार के द्वारा तय किए गए हैं कि 1 दिन में 8 मरीजों को लेकर आना है लेकिन वर्तमान समय में 1 दिन में 25 मरीजों को एंबुलेंस एंबुलेंस के द्वारा अस्पताल लेकर पहुंचाया जा रहा है 1 दिन में एंबुलेंस को 140 किलोमीटर का सफर तय करना है
भास्कर के रिपोर्ट के अनुसार देवरिया में GVK EMRI कंपनी के द्वारा चलाया जाता है अन्य जिलों की बात करें तो लखीमपुर खीरी में 29 लाख 16 हजार मामले सामने आए हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 2021 फरवरी-मार्च अप्रैल महीने में एंबुलेंस सेवा 28399 केस दर्ज किया गया है बहराइच में भी इस तरह का मामला सामने आया है