देवरिया के गौरी बाजार थाना क्षेत्र के बखरा गांव में सोमवार की देर रात एक युवक की निर्मम हत्या ने पूरे गांव में तनाव का माहौल बना दिया है। सुरक्षा के दृष्टिगत पुलिस ने पूरे गांव में अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। बताया जा रहा है कि मामूली विवाद को लेकर गांव के कुछ लोगों ने शुभम राव की चाकू मारकर हत्या कर दी। इस घटना के बाद से ही गांव के लोग भय और आक्रोश में हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बखरा निवासी शुभम राव (24), पुत्र दयाशंकर राव, सोमवार की रात लगभग सात बजे गांव के पास ही दूध लेने के लिए निकले थे। तभी कुछ हमलावर, जो पहले से ही घात लगाए बैठे थे, ने उन पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। चाकू से लगातार वार कर हमलावरों ने उन्हें बुरी तरह घायल कर दिया और घटनास्थल से फरार हो गए। आसपास के लोगों ने घायल अवस्था में शुभम को गोरखपुर के मेडिकल कॉलेज पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
इस घटना के पीछे पुरानी रंजिश और व्यक्तिगत विवाद बताया जा रहा है। मृतक के परिजनों के अनुसार, आरोपी परिवार के घर की एक बुजुर्ग महिला को शुभम का परिवार कभी-कभी अपने घर में शरण दे देता था, जो आरोपियों को नागवार गुजरता था। इसी कारण से आरोपियों और शुभम के परिवार के बीच विवाद था, जो अंततः इस हत्या का कारण बना।
मंगलवार सुबह शुभम के अंतिम दर्शन के लिए उनके घर पर ग्रामीणों की भारी भीड़ एकत्र हो गई। घटना से नाराज ग्रामीणों में काफी आक्रोश है, और वे जल्द से जल्द न्याय की मांग कर रहे हैं। घटना की सूचना पाकर मौके पर पुलिस भी पहुंची और मामले की जांच-पड़ताल में जुट गई। मृतक के परिजनों द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने एक महिला समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
पुलिस की गिरफ्तारी कार्रवाई के दौरान रात में ग्रामीणों और पुलिस टीम के बीच हल्की नोकझोंक भी हुई, लेकिन पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में कर लिया। सुरक्षा के मद्देनजर गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ताकि स्थिति और न बिगड़े और कोई हिंसक घटना न हो। पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने बताया कि मामले में मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।
शुभम के शव को पोस्टमार्टम के लिए गोरखपुर भेजा गया है, और उसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। इस घटना ने पूरे गांव में भय का माहौल बना दिया है, लोग अपने घरों में दुबके हुए हैं, और गांव में एक अजीब सी खामोशी छाई हुई है। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसी घटनाएं गांव की शांति को भंग कर रही हैं और भविष्य में ऐसे घटनाओं पर अंकुश लगाने की जरूरत है।
इस निर्मम हत्या ने फिर से कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि मामूली विवादों के कारण हुई इस प्रकार की हिंसक घटनाएं समाज में अराजकता फैला रही हैं। पुलिस प्रशासन द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई के बावजूद लोग घटना से भयभीत हैं और यह मांग कर रहे हैं कि आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।