जिलाधिकारी के नेतृत्व में टीबी के खिलाफ अभियान: रेड क्रॉस सोसाइटी ने 50 मरीजों को लिया गोद

स्वास्थ्य विभाग और रेड क्रॉस सोसाइटी का सराहनीय प्रयास, 50 टीबी मरीजों को मिली नई उम्मीद

देवरिया: स्वतंत्रता दिवस से पूर्व बुधवार को जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें जिलाधिकारी दिव्या मित्तल के नेतृत्व में रेड क्रॉस सोसाइटी ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया। इस अभियान के तहत टीबी से ग्रसित 50 मरीजों को गोद लिया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने स्वयं पांच टीबी मरीजों को गोद लेकर समाज में सकारात्मक संदेश दिया। रेड क्रॉस सोसाइटी की ओर से सभी मरीजों को पोषण सामग्री वितरित की गई, जिससे उनके उपचार में सहायता मिलेगी।

कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने फूड प्वाइजनिंग से बीमार पड़े बच्चों के इलाज में उत्कृष्ट योगदान देने वाली स्वास्थ्य विभाग की पीएचसी रामपुर कारखाना की टीम, 108 एम्बुलेंस टीम, मेडिकल कॉलेज के पीडियाट्रिक वार्ड की टीम, और डिजिटल एक्स-रे टीम को प्रशस्ति पत्र और पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस सम्मान समारोह के जरिए समाज के विभिन्न क्षेत्रों में योगदान देने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं की सराहना की गई।

जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने अपने संबोधन में कहा कि टीबी जैसी गंभीर बीमारी से लड़ने के लिए समाज के सभी वर्गों का सहयोग आवश्यक है। उन्होंने रेड क्रॉस सोसाइटी के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि उनकी सहायता से टीबी के मरीजों को बेहतर उपचार मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि टीबी के मरीजों को जल्द स्वस्थ होने के लिए हाई प्रोटीन आहार की आवश्यकता होती है, और इस दिशा में रेड क्रॉस सोसाइटी सहित अन्य स्वयंसेवी संस्थाएं लगातार काम कर रही हैं। जिलाधिकारी ने जोर देकर कहा, “सभी के सहयोग से टीबी हारेगा, देश जीतेगा।”

सीएमओ डॉ. राजेश झा ने बताया कि टीबी मरीजों को निक्षय पोषण योजना के तहत उपचार के दौरान प्रतिमाह पांच सौ रुपये की धनराशि उनके खाते में सीधे ट्रांसफर की जाती है। उन्होंने मरीजों को सलाह दी कि वे उपचार के दौरान दवा लेना बंद न करें, क्योंकि ऐसा करना उनके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। अक्सर लोग जानकारी के अभाव में थोड़ा आराम मिलते ही दवा लेना बंद कर देते हैं, जिससे उनकी बीमारी और बिगड़ जाती है।

इस कार्यक्रम में रेड क्रॉस सोसाइटी के सदस्यों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। अखिलेन्द्र शाही, नितिन बरनवाल, सभापति रमेश चंद्र सिंह, उप सभापति टीपी सिंह, डॉ. मिथिलेश सिंह, वकील सिंह, डॉ. बिपिन बिहारी शर्मा, डॉ. रीतू सिंह, मिथिलेश राज कुमार अग्रवाल, जावेद अहमद, डॉ. भावना सिन्हा, नवनीत अग्रवाल, राजकुमार अग्रवाल, हिमांशु सिंह, हिमांशु तिवारी, विष्णु अग्रवाल, डॉ. अखिलेश त्रिपाठी सहित अन्य लोगों ने टीबी मरीजों को गोद लिया।

कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने समाज के सभी वर्गों से अपील की कि वे इस मुहिम में शामिल हों और टीबी के खिलाफ लड़ाई में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि टीबी को जड़ से खत्म करने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी है। रेड क्रॉस सोसाइटी के इस कदम की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि इस प्रकार के प्रयासों से ही टीबी के मरीजों को नया जीवन मिल सकता है।

इस अवसर पर सीएमएस डॉ. एच के मिश्रा, डीटीओ डॉ. रंजीत कुशवाहा, डीपीसी देवेंद्र प्रताप सिंह, एचआईवी टीबी समन्वयक चन्द्र प्रकाश त्रिपाठी, मान्धाता सिंह, अभिषेक सिंह, विनय, सद्दाम, कृष्णा, विश्वनाथ मल्ल, गिजेश मिश्रा, अरुण बरनवाल, तपन कुमार, दीपक मिश्रा, अमर नाथ गुप्ता, अजय प्रताप सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

इस कार्यक्रम ने देवरिया में टीबी के खिलाफ चल रही मुहिम को एक नई दिशा दी है, जिसमें रेड क्रॉस सोसाइटी और स्वास्थ्य विभाग का योगदान सराहनीय है। जिलाधिकारी के नेतृत्व में टीबी के खिलाफ इस अभियान से निश्चित रूप से इस बीमारी पर काबू पाने में मदद मिलेगी, जिससे देवरिया और पूरे देश में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा।

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