काला गेहूं, जिसे सुपरफूड की श्रेणी में शामिल किया जा रहा है, अपनी अनूठी पोषण गुणवत्ता और औषधीय गुणों के कारण तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। यह पारंपरिक गेहूं की तुलना में अधिक पौष्टिक और स्वास्थ्यवर्धक है। काले गेहूं का रंग इसमें मौजूद एंथोसायनिन नामक एंटीऑक्सीडेंट की अधिकता के कारण होता है, जो इसे कई रोगों से लड़ने की क्षमता प्रदान करता है।
काला गेहूं: कैसे होता है तैयार?
काला गेहूं पारंपरिक गेहूं से अलग है। इसे विशेष रूप से भारतीय कृषि वैज्ञानिकों द्वारा विकसित किया गया है। इसमें पारंपरिक गेहूं के मुकाबले लगभग 60% अधिक आयरन, 40% अधिक जिंक और कई महत्वपूर्ण विटामिन्स होते हैं। काले गेहूं को जैविक खेती के माध्यम से उगाया जाता है, जिससे यह रसायन मुक्त और शुद्ध होता है।
काले गेहूं के फायदे
- डायबिटीज नियंत्रण में सहायक: काले गेहूं में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे यह शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है।
- हृदय रोगों से बचाव: इसमें मौजूद एंथोसायनिन हृदय को स्वस्थ रखने और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में सहायक है।
- वजन प्रबंधन: काले गेहूं में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो वजन को नियंत्रित करने और पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में मदद करता है।
- कैंसर से बचाव: इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर में फ्री रेडिकल्स को कम करते हैं, जो कैंसर जैसी घातक बीमारियों से बचाने में सहायक हैं।
- त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद: इसमें मौजूद पोषक तत्व त्वचा को चमकदार और बालों को मजबूत बनाते हैं।
काला गेहूं की खेती और उपयोग
काले गेहूं की खेती मुख्यतः उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में हो रही है। इसके आटे का उपयोग रोटी, बिस्कुट, केक और अन्य खाद्य पदार्थों में किया जा रहा है। इसकी बढ़ती मांग को देखते हुए किसानों को इसकी खेती से अधिक मुनाफा हो रहा है।
कीमत और उपलब्धता
पारंपरिक गेहूं की तुलना में काले गेहूं की कीमत थोड़ी अधिक है, लेकिन इसकी औषधीय और पोषण संबंधी खूबियां इसे एक लाभकारी विकल्प बनाती हैं। यह ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और कुछ विशेष कृषि बाजारों में उपलब्ध है।
काला गेहूं न केवल स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, बल्कि किसानों के लिए भी एक नई संभावनाओं का द्वार खोलता है। यह एक ऐसा अनाज है, जो आधुनिक जीवनशैली की जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ बीमारियों से बचाव करने में सक्षम है। यदि आप अपने आहार में बदलाव करना चाहते हैं, तो काला गेहूं को अपनी थाली में शामिल करना एक सही कदम हो सकता है।