Bihar news: बिहार के बेटे को मिला गूगल से 1.20 करोड़ का पैकेज इस तरह से किया था अप्लाई

गूगल में काम मिलना कितना मुश्किल है आप यह समझ सकते हैं लेकिन बिहार के बेटे ने ऐसी कड़ी मेहनत किया खुद गूगल ने उसे एक करोड़ 20 लख रुपए का पैकेज दे दिया,

बिहार के बोकारो के रहने वाले इरफान भाटी को गूगल के द्वारा एक करोड़ 20 लाख का पैकेज दिया गया जो अपने आप में बिहार वासियों के लिए गर्व की बात है आज की समय में भारत में नौकरी पाना काफी मुश्किल है यहां तक की सफाई कर्मी की नौकरी के लिए ग्रेजुएशन के छात्र भी अप्लाई कर रहे हैं इतना बेरोजगारी बढ़ गईं है लेकिन इरफान भाटी ने इतनी मेहनत से पढ़ाई की आज दुनिया की टॉप क्लास कंपनी गूगल उनको करोड़ों में पैकेज दे रही है आखिर क्या करते हैं इरफान भाटी इरफान भाटी computer engineers है बिहार को अन्य राज्य के लोग मजदूर राज्य के नाम से जानते हैं, लेकिन बिहार में ऐसे हो निहार लोग है कि आज पूरे दुनिया में अपना नाम रोशन कर रहे हैं बिहार के युवा आपको हर क्षेत्र में मिल जाएंगे चाहे छोटी नौकरी हो या हाई लेवल की नौकरी हो बिहार में इतना काबिलियत है कि पूरे भारत के साथ-साथ पूरे वर्ल्ड में बिहार के युवाओं का जलवा है

इरफान भाटी ने क्या किया क्यों दिया गूगल ने एक करोड़ का पैकेज

जैसे आप जानते हैं गूगल एक आईटी कंपनी है और दुनिया का सबसे एडवांस कंपनी गूगल को ही माना जाता है क्योंकि आज गूगल सर्च इंजन के साथ-साथ गूगल के कुछ ऐसे वेबसाइट है जो दुनिया में काफी प्रसिद्ध है जैसे युटुब गूगल ड्राइव गूगल मीट गूगल शीट जैसे तमाम गूगल के प्रोडक्ट भी हैं जिसको चलाने के लिए गूगल समय-समय पर एम्पलाई की भर्ती करता है गूगल दुनिया के टॉप एम्पलाई को अपने यहां काम पर रखता है वही बिहार के बोकारो जनपद के रहने वाले इरफान भाटी को गूगल लंदन की ओर से एक करोड़ 20 लाख रुपए का पैकेज मिला है जहां इरफान ने 29 अगस्त से गूगल लंदन के रिसर्च टीम से जुड़कर कार्यभार संभालेंगे इरफान सॉफ्टवेयर इंजीनियर है, इससे पूर्व व गूगल इंडिया में कार्य करते थे,

बात की जाए इरफान की कैरी की शुरुआत तो इरफान शुरुआती पढ़ाई वर्ष 2014 में पीटर्स मॉडर्न पब्लिक स्कूल गोमिया से पूरा किया फिर इरफान भाटी ने 2019 में पश्चिम बंगाल के हल्दिया इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया बाईजूस और फ्लिपकार्ट जैसे बड़ी कंपनियों में भी काम कर चुके हैं,

मीडिया से बातचीत करते हुए इरफान भाटी ने बताया कि वह बचपन से ही कंप्यूटर के फील्ड में जाना चाहते है और कंप्यूटर के फील्ड में मन भी बहुत लगता है इरफ़ान भाटी जब दसवीं कक्षा में पढाई कर रहे थे तो उनके द्वारा खुद ही कई सारे मोबाइल एप्लीकेशन बनाया गया था तब उनके मन में यह विचार आया कि सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहिए जिसके बाद इरफान भाटी ने कड़ी मेहनत शुरू कर दी इसके बाद इरफान भाटी कंप्यूटर इंजीनियर पास कर बिहार के बोकारो जनपद का नाम रोशन किया । इरफान भाटी ने इसका पूरा सरेह अपने पिता अब्दुल कादरी को दिया इरफान भाटी के पिता अब्दुल कादरी स्क्रिप्ट ट्रांसपोर्टेशन के कारोबार से जुड़े हुए हैं ।

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