हाथरस: हाल ही में हुए हाथरस भगदड़ की घटना के बाद ‘भोले बाबा’ का फरार होना चर्चा का विषय बना हुआ है। भगदड़ में कई लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गए। पुलिस जांच में सामने आया है कि भगदड़ के बाद ‘भोले बाबा’ ने चार लोगों से संपर्क किया था, जिनमें कार्यक्रम के आयोजक, एक स्थानीय पुलिस अधिकारी, एक प्रमुख राजनीतिक नेता और उनका करीबी सहयोगी शामिल हैं।
घटना का विवरण: हाथरस के एक धार्मिक आयोजन में भगदड़ मचने से कई लोगों की जान चली गई। घटना के बाद ‘भोले बाबा’ गायब हो गए, जिससे उनकी भूमिका पर सवाल उठने लगे। चश्मदीदों के अनुसार, भगदड़ के समय बाबा ने स्थिति को संभालने की कोई कोशिश नहीं की और वहां से भाग निकले।
कॉल डिटेल्स का खुलासा: पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि ‘भोले बाबा’ ने चार लोगों से संपर्क किया था। पुलिस ने इन सभी व्यक्तियों से पूछताछ की है और मामले की गहन जांच कर रही है।
प्रशासन की कार्रवाई: प्रशासन ने इस घटना की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है। यह टीम इस बात की जांच करेगी कि भगदड़ के समय सुरक्षा व्यवस्था में कहां चूक हुई और ‘भोले बाबा’ की भूमिका की भी गहन जांच की जाएगी।
सामाजिक और राजनीतिक प्रतिक्रिया: स्थानीय लोग ‘भोले बाबा’ की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं और राजनीतिक दलों ने भी इस मुद्दे को लेकर सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है।