जानकारी के अनुसार, बच्चे के पिता ने सोमवार को बाइक खरीदी थी। उसकी पूजा करने के लिए पूरे परिवार सहित खालसा घाट पहुंचे थे।
घाट पर बाइक के पूजा की तैयारी चल रही थी। इसी बीच बालक गंगा नदी में पानी लेने गया था। घाट के किनारे पहले से ही घात लगाए बैठे मगरमच्छ ने बच्चे पर हमला कर उसे पानी के अंदर खींच लिया।
इस दौरान मगरमच्छ बच्चे को खाने का प्रयास करने लगा। बच्चे के चिल्लाने की आवाज सुनकर स्वजन ने भी शोर-गुल मचाना शुरू कर दिया।
शोर-गुल और चिल्लाने की आवाज सुनकर स्थानीय लोग इकट्ठा हो गए। स्थानीय लोगों और मछुआरों की मदद से नदी में जाल फेंककर मगरमच्छ को पकड़ा और बच्चे को उसके चंगुल से छुड़ाया, तब तक बच्चे की मौत हो चुकी थी।
बताया गया है कि घटनास्थल पर पानी कम था। गंगा नदी में पानी कम हो जाने के कारण मगरमच्छ फंस गया था और उसे निकलने में मुश्किल हो रही थी।
कम पानी में ही मगरमच्छ घात लगाकर पहले से बैठा हुआ था। छोटा ढाब होने के कारण मगरमच्छ को खाने को भोजन भी नहीं मिल रहा था।
इस घटना को लेकर स्वजन में कोहराम मचा हुआ है। घटनास्थल पर काफी संख्या में लोगों की भीड़ जुटी रही। स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी।
पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर मृत बच्चे के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल हाजीपुर भेज दिया है। थानाध्यक्ष ने बताया कि मृत बालक के शरीर पर कई जगह गहरे जख्म हैं।