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Ayodhya News: अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से पहले मिला चमत्कारी पेड़ जिस पर लिखा रहता है राम

एक तरफ अयोध्या सहित पूरे देश में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी चली दूसरी तरफ अयोध्या में एक ऐसा पेड़ है जो चमत्कार से भरा हुआ है देश दुनिया के वैज्ञानिक भी नहीं पता लगा पाए क्या की पेड़ पर राम कैसे लिखा जाता है।

अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने से पहले कई सारे चमत्कार दिखाई देने लगे हैं वहीं अयोध्या के धरती पर एक ऐसा वृक्ष है जिसके बारे में अभी तक लोग यह नहीं पता लगा पाए कि वृक्ष कब का है और इस पर राम कैसे लिख जाता है कई भाषाओं में राम लिखा हुआ मिल जाता है कहा जाता है कि राम की नगरी चमत्कार से भरी हुई है वही चमत्कार अयोध्या में दिखाई दे रही है।

कहा जाता है कि अयोध्या के कण-कण में राम बसते हैं यही वजह है कि अयोध्या में कई ऐसे चमत्कार देखने को मिल रहा है रामनगरी अयोध्या एक गांव में एक ऐसी चमत्कारी पेड़ है जिसे जानकर दुनिया भी हैरान है कि आखिर पेड़ पर अपने आप पर राम क्यों लिख जाता है यह पेड़ अयोध्या के पास तकपुरा गांव के पास हाईवे से सटा हुआ है निरंकारपुर गांव का रामनवमी वृक्ष है।

कुछ लोगों का यह कहना है जब लक्ष्मण जी लंका में मूर्छित हुए थे और हनुमान जी संजीवनी बूटी लेकर जा रहे थे तो भरत जी ने हनुमान जी को बाण मारे थे वह जहां गिरा था उसी जगह पर वृक्ष की उत्पत्ति हुई है लोगों का ऐसा मानना है।

कहा जाता है की पूरी दुनिया में इकलौता ऐसा पेड़ है जिस पर राम नाम लिखा रहता है वही अलग-अलग लोगों का अलग-अलग विचार है कि लेकिन अयोध्या में चमत्कार देखकर हर कोई कह रहा है कि राम आज भी है और राम सत्य है जिस वजह से राम के नाम ऐसा अयोध्या नगरी में लिख जाता है वृक्ष का ग्रामीण भगवान राम से जोड़कर देखते हैं और आसपास के लोग प्रतिदिन इस वृक्ष का पूजा पाठ करते हैं वही राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होना है जिसको लेकर तैयारी हो रही हैं।

इसी वजह से यह पेड़ भी अब चर्चा में आ गया है आखिर यह चमत्कार कैसे हो रही है वहीं कुछ लोगों का यह भी कहना है कि यह पेड़ कर्नाटक में भी इस तरह के कुछ पेड़ है जिस पर राम नाम लिखा हुआ होता है। न्यूज़ 18 के अनुसार प्रोफेसर डॉ विनोद चौधरी बताते हैं जब मुझे पता चला कि रामनगरी में एक ऐसा पेड़ है जिस पर राम नाम अपने आप लिख जाता है तो हमने इसका गहनता से जांच किया तो पता चला कि यह पेड़ कर्नाटक में भी है उन्होंने कहा कि मुझे लगा कि इस पर राम नाम कोई लिखकर जाता है लेकिन पेड़ के 10 फीट ऊपर भी राम नाम लिखा हुआ मिला।

उनके द्वारा बताया गया कि पेड़ पर अपने आप राम नाम लिखे जाने का कारण कोई चमत्कार नहीं बल्कि कोई ऐसा कीड़ा है जो पेड़ की छाल के नीचे रहता है और कुछ इस तरह से कटता है कि राम नाम अंकित हो जाता है।कुछ भी हो लेकिन यह आस्था का बड़ा केंद्र है क्योंकि कोई भी कीड़ा इतना समझदार नहीं है की काटकर राम नाम लिख देगा

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