बहुत बड़ी खबर निकल कर आ रही है जिसको आप सुनेंगे तो आपका दिल दहल जाएगा अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ कि हुई हत्या पुलिस की मौजूदगी में भी इन दोनों भाइयों की हो गई हत्या आखिर कैसे हुआ किसने किया पुलिस की मौजूदगी होने के बावजूद भी किसकी इतनी हिम्मत हो गई जो कि भारी पुलिस फोर्स के बीच में जाकर धड़ाधड़ गोलियों से अतीक अहमद और उनके भाई को मौत के घाट उतार दि
हत्या के समय कवरेज कर रहे पत्रकारों ने किया बड़ा खुलासा आपको बता दें कि आज तक के कैमरामैन नीरज कुमार ने उन्होंने कहा कि मैंने लाइफ में बहुत दंगे देखे हैं लेकिन ऐसे दंगे हमने कभी कवर नहीं किया है कैमरामैन का कहना है कि हम लोग आधे घंटे से वेट कर रहे थे कि अतिक आए और हम लोग उनका बाइट ले सके और वह बोलते हैं कि हम लोग उनके एक शब्द के लिए इंतजार कर रहे थे
कि वह आए और उनका एक शब्द हम लोग अपने कैमरे में रिकॉर्ड करें लेकिन तभी अचानक जैसे ही अतीक अहमद और उसका भाई बोलना शुरू करते हैं तभी अचानक ताड़ ताड़ की आवाज आती है और जैसे लगने लगा कि पटाखे फूट रह है और वहा जीतने पुलिसकर्मी और मीडिया के लोग थे सब लोग तितर-बितर हो जाते हैं और उनका कहना है कि जितने भी पुलिस वाले हैं उनको समझ नहीं आता है
कि आखिर हो क्या रहा है और सारे पुलिसकर्मी पीछे हट जाते हैं और कैमरामैन कहते हैं कि मैंने अपना कैमरा स्टैंड पर रखा और मैं पूरी कोशिश करता रहा मैं कैमरा अपना बंद नहीं करू कैमरामैन का कहना है बगल से एक हमलावर अतीक अहमद के सिर पर सर पर पिस्टल रख फायर करने लगता है और अचानक तड़ ताड़ की आवाज आने लगती है जितने भी लोग रहते हैं सब लोग पीछे हट जाते हैं
और बेतहाशा फायरिंग हो रही थी किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि अभी हो क्या रहा है जैसे फायरिंग खत्म होती है उन्होंने हाथ खड़े कर सरेंडर सरेंडर कर कुछ नारे भी लगाए और पुलिस वालों ने उन्हें पकड़ लिया और उसमें से जो एक हमलावर था वह लेट गया और उन्होंने खुद सरेंडर किया उन्होंने बताया कि जिस तरह से गोलियां चल रही थी पुलिस भी तितर-बितर हो गई थी उनका कहना है कि जब गोलियां चल रही थी तब तीनों हमलावर अतीक और अशरफ को घेरे हुए थे और पुलिस अपनी जान बचाने के लिए इधर तितर-बितर हो गई थी
और हमलावर अपनी पिस्टल छोड़ और सरेंडर सरेंडर करने लगे तब पुलिस वालों ने उन्हें पकड़ा जिनमें दो हमलावर खड़े पकड़े गए और एक हमलावर जो जमीन पर लेट गया उसे पकड़ा गया और जो थाना इंचार्ज है उन्होंने खुद आकर दोनों को पकड़े और जो लेट गया था उसे नीचे ही पकड़ा गया और तीनों हमलावर को जीप में डालकर ले गए और आज तक के कैमरामैन का कहना है कि पुलिस वाले ने बिल्कुल भी कोशिश नहीं की कि हमें उनके ऊपर फायर करे पुलिस वालों ने बिल्कुल भी हमलावर पर फायर करने की कोशिश नहीं की और जो आए थे उन्होंने अपना काम किया उनका कहना है कि जो आए थे अपना काम किया और पिस्टल रखकर सरेंडर सेरंडर चिलाने लगे फिर पुलिस उन्हें पकड़ के गाड़ी में बैठा कर ले जाते है अब पूरा मामला जांच के बाद ही पता चलेगा