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मुर्शिदाबाद में पिता-पुत्र की हत्या के आरोपी की गिरफ्तारी: बांग्लादेश सीमा से पकड़ा गया फरार अभियुक्त

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में हाल ही में हुई हिंसा के दौरान पिता-पुत्र की हत्या के मामले में पुलिस ने एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। हत्या के मुख्य आरोपी को बांग्लादेश सीमा से गिरफ्तार किया गया है। इस गिरफ्तारी से क्षेत्र में व्याप्त तनाव के बीच राहत की उम्मीद जगी है।​

घटना का पृष्ठभूमि

अप्रैल 2025 की शुरुआत में, मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हुए। इन प्रदर्शनों ने धीरे-धीरे हिंसक रूप ले लिया, विशेषकर जंगीपुर और उमरपुर क्षेत्रों में। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 12 को अवरुद्ध किया, पुलिस वाहनों में आग लगा दी, और रेलवे ट्रैक पर बैठकर ट्रेनों को रोका। 11 अप्रैल को, हिंसा ने गंभीर रूप ले लिया जब प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय सांसद खलीलुर रहमान के कार्यालय पर हमला किया और एक पुलिस जीप को आग के हवाले कर दिया। 12 अप्रैल को, एक भीड़ ने हरगोबिंद दास और उनके बेटे चंदन दास के घर पर हमला किया, जिससे दोनों की मौत हो गई। इस हिंसा में 17 वर्षीय इजाज अहमद शेख की भी गोली लगने से मृत्यु हो गई। ​Wikipedia

आरोपी की गिरफ्तारी

पुलिस ने हत्या के मुख्य आरोपी को बांग्लादेश सीमा के पास से गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान और गिरफ्तारी से संबंधित विस्तृत जानकारी फिलहाल सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, आरोपी हिंसा के बाद से फरार था और सीमा पार करने की कोशिश कर रहा था। पुलिस ने उसे समय रहते पकड़ लिया, जिससे संभावित अंतरराष्ट्रीय विवाद टल गया।​

पुलिस की कार्रवाई और स्थिति नियंत्रण

मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा के बाद, पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए अब तक 200 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। क्षेत्र में धारा 144 लागू की गई है, जिससे सार्वजनिक सभाओं पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसके अलावा, अफवाहों के प्रसार को रोकने के लिए इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गई हैं। पुलिस का कहना है कि पिछले 36 घंटों में कोई बड़ी घटना नहीं हुई है, जिससे स्थिति में सुधार के संकेत मिलते हैं। ​Wikipedia

राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया

इस घटना ने राज्य में राजनीतिक और सामाजिक हलचलों को भी जन्म दिया है। विपक्षी दलों ने राज्य सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं, जबकि सरकार ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए उठाए गए कदमों का बचाव किया है। सामाजिक संगठनों ने भी हिंसा की निंदा की है और शांति बनाए रखने की अपील की है।

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