
दोपहर लगभग 1:38 बजे, एयर इंडिया की एक Boeing 787-8 Dreamliner (फ्लाइट नंबर AI 171), अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन गेटविक के लिए उड़ान भरने के तुरन्त बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गई । उड़ान के केवल पाँच मिनट बाद विमान मेघानीनगर के निकट, एक आवासीय इलाके में गिरा
विमान में कितने सवार थे
विमान में कुल 242 से 244 लोग सवार बताए जा रहे हैं232 यात्री तथा 12 चालक दल के सदस्य । कुछ रिपोर्टों में लगभग 242, कुछ में 244 की संख्या का उल्लेख किया गया है ।
दुर्घटना के बाद स्थानीय टेलीविजन चैनलों तथा सोशल मीडिया पर घने काले धुएँ की विशाल कालिमाएँ उठती हुई देखी गईं । शुरुआती दृश्य स्पष्ट है कि विमान टेकऑफ़ के तुरंत बाद ही संतुलन खो बैठा, जब यह रनवे से चार-पांच मिनट की उड़ान के बाद सुबह की 625 फीट ऊँचाई पर था, लेकिन अचानक ही ट्रैकिंग बंद हो गई
वीडियो फुटेज में विमान का पिछले भाग पेड़ से टकराता दिखा और उसके तुरंत बाद ही जोरदार धमाके के साथ जमीन पर गिरता हुआ नजर आया
राहत और बचाव कार्य
अहमदाबाद फायर और इमरजेंसी सेवा विभाग ने तुरंत प्रतिक्रिया दी—5 से 7 दमकल वाहन मौके पर पहुंचाए गए, साथ ही एनडीआरएफ और बीएसएफ की टीमें भी सक्रिय की गईं । मुंबई, दिल्ली और राज्य की पुलिस तथा पैरामेडिकल टीमें घटनास्थल पर पहुंची और घायलों को निकटवर्ती अस्पतालों में पहुंचाया गया ।
घटनास्थल और प्रभावित इलाका
विमान मेघानीनगर के समीप गिरा, जो कि एक आवासीय इलाका है और अडानी द्वारा संचालित एअरपोर्ट परिसर के पास है । इस क्षेत्र में धमाके की आवाज सुन लोगों में अफ़रा-तफ़री मच गई, कई घरों को नुकसान हुआ ।
सरकारी और एयरलाइन प्रतिक्रियाएँ
आंतरिक मामलों के मंत्री अमित शाह ने तुरंत कार्रवाई करते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री और पुलिस कमिश्नर से स्थिति की जानकारी ली और केंद्र की ओर से हर सम्भव मदद का आश्वासन दिया
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू कın्ज़ारापु ने इस हादसे पर गहरा आघात व्यक्त किया और कहा कि वे स्वयं इसमें संलग्न हैं और राहत एवं चिकित्सा कार्यों की तेज़ निगरानी कर रहे हैं ।
वहीं, एयर इंडिया ने ट्विटर (X) पर यह पुष्टि की कि फ्लाइट AI 171 “involved in an incident” थी, और वे लगभग सभी तथ्यों की पुष्टि करने में लगे हुए हैं ।
हैलीकेटरिस्टिक और प्रवृत्ति
यह Boeing 787 Dreamliner की पहली ज्ञात दुर्घटना है, जो वैश्विक विमानन सुरक्षा नेटवर्क (Aviation Safety Network) के अनुसार, इसका पहला “हुल लॉस” (पूरी तरह से नष्ट) हादसा है
हार्डवेयर समस्या—जैसे कि इंजिन में तकनीकी खराबी या टेकऑफ़ के दौरान कॉलिशन—के कारण दुर्घटना हुई, यह अभी प्रारंभिक जांच का विषय है
मृत्यु-ज़ख्म पर स्थिति
पुलिस और आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, अभी तक किसी की मौत की पुष्टि नहीं हो पाई है । कुछ प्रारंभिक मीडिया रिपोर्ट्स में 150 से अधिक के मारे जाने का भी दावा किया गया, लेकिन उसकी विश्वसनीयता स्पष्ट नहीं है
राहत एवं बचाव कार्य जारी हैं, और विवरण आने पर अपडेट दी जाएगी।
12 जून 2025 की दोपहर को अहमदाबाद में हुए इस भीषण विमान हादसे ने पूरी देश को स्तब्ध कर दिया है। लंदन गेटविक के लिए उड़ान भरते वक्त विमान का तकनीकी रूप से विफल होना और एक आबादी वाले इलाके में गिरना एक बड़ी त्रासदी है। विमानन विभाग, एयर इंडिया और कई सरकारी एजेंसियाँ घटनास्थल पर सक्रिय हैं, और सभी को राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। तकनीकी जांच और ब्लैक बॉक्स डेटा से हादसे के कारण का पता लगाने का प्रयास जारी है। मृतकों और प्रभावित परिवारों की सहायता सुनिश्चित करने तथा भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कार्रवाई की जाएगी।