दशहरा के मेला में नो एंट्री में ट्रक घुसकर बेकाबू हो गया दर्जनों दुपहिया वाहन को कुछ चलते हुआ निकला
देवरिया। देवरिया शहर में नो इंट्री के बाद भी कोतवाली से महज 40 मीटर दूरी पर घुस आए बेकाबू ट्रक ने मंगलवार की रात करीब नौ बजे दो बच्चियों को रौंद दिया। जिससे मौके पर ही उनकी मृत्यु हो गई। ट्रक की चपेट में आने से कई बाइक सवार घायल हो गए। करीब छह बाइक क्षतिग्रस्त हो गई। गुस्साए लोगों ने ट्रक में तोड़फोड़ की। आग लगाने की कोशिश की। हादसे के बाद चालक व खलासी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। एसपी संकल्प शर्मा, एसडीएम सौरभ सिंह व सीओ श्रीयश त्रिपाठी ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली।
बरियारपुर थानाक्षेत्र के बांसपार गांव के रहने वाले धनंजय यादव अपनी भाभी उषा यादव, डेढ़ वर्षीया भतीजी रिशू यादव व तीन वर्षीया भतीजी तृषा यादव पुत्रीगण निगम यादव, 13 वर्षीया साक्षी यादव पुत्री रुपई यादव के साथ शहर में मेला देखने आटो से आए थे। वह कोतवाली गेट से करीब 40 मीटर के फासले पर पहुंचे थे तभी नो इंट्री के बाद भी बालू लदा ट्रक भीड़ में घुस आया। कोतवाली गेट से आगे मोड़ पर साक्षी यादव व तृषा यादव को रौंद दिया। जिससे दोनों की मौके पर मृत्यु हो गई। भीड़ ने ट्रक को घेर लिया। खुद को घिरा देख चालक ट्रक लेकर गरुलपार मोहल्ले में महाराजा अग्रसेन बालिका इंटर कालेज गेट की तरफ भागा। इस दौरान ट्रक की चपेट में आने से करीब आधा दर्जन लोगों को हल्की चोटें आईं। उनकी बाइक क्षतिग्रस्त हो गई।
बच्चियों की मृत्यु की जानकारी होते ही लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। लाेगों ने ट्रक को घेर लिया। चालक मौका पाकर ट्रक से कूदकर फरार हो गया। खलासी को भीड़ ने पकड़ लिया व पिटाई की। हादसे की जानकारी होते ही पुलिस मौके पर पहुंचकर खलासी को भीड़ से बचाकर कोतवाली लाई। गुस्साए लोगों ने ट्रक में आग लगाने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिसकर्मियाें से नोकझोंक हुई। मौके पर करीब डेढ़ घंटे तक लोग हंगामा करते रहे।
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देवरिया: हादसे के बाद दोनों बच्चियों को लेकर स्वजन व अन्य लोग महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कालेज की इमरजेंसी में पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद स्वजन के साथ मौजूद लोगों की पुलिसकर्मियों से नोकझोंक हुई। इस दौरान पुलिस के खिलाफ नारेबाजी हुई।
हादसे के बाद ट्रक में आग लगाने की कोशिश कर रहे युवकों को रोकने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। मेले में ड्यूटी लगने के कारण कोतवाली में तीन चार पुलिसकर्मी बचे थे। भीड़ के उग्र रूप को देखकर कुछ पुलिसकर्मी मौके से भागकर कोतवाली पहुंचे और सहायता के लिए बुलाने लगे।
नो-इंट्री के बाद ट्रक कैसे कोतवाली के पास पहुंचा, इसकी जांच कराई जा रही है। इसमें जो भी दोषी होगा, उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। दुर्घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। – संकल्प शर्मा, एसपी।