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varanasi news: काशी के मणिकर्णिका घाट पर शवों की कतार: भीषण गर्मी में अंतिम संस्कार का इंतजार

काशी। भीषण गर्मी और तपन के बीच काशी के मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र घाट पर अंतिम संस्कार के लिए शवों की कतार लगी हुई है। अब तक लगभग 350 शवों के जलाए जाने की सूचना है। अंतिम संस्कार कराने वालों का कहना है कि हाल के दिनों में शवों की संख्या में अचानक बढ़ोतरी हुई है।

गर्मियों में स्वास्थ्य समस्याओं के कारण अस्पतालों में मरीजों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। मणिकर्णिका घाट पर शवों के आने का सिलसिला जारी है, जिससे गलियों में इंतजार करते लोग परेशान हैं। बीती रात गलियों में जाम का माहौल था, जहां शवों को लेकर आए लोग अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे।

शवों की कतार और इंतजार:

गर्मी की तीव्रता और स्वास्थ्य समस्याओं के कारण, घाटों पर अंतिम संस्कार के लिए आने वाले शवों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है। कई परिवारों को अपने प्रियजनों के अंतिम संस्कार के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। गलियों में जाम और भीड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिससे लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

अस्पतालों में भीड़ और स्वास्थ्य समस्याएं:

अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण वार्ड और ओपीडी में भीड़भाड़ हो गई है। गर्मी के कारण मरीजों और तीमारदारों को अतिरिक्त कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। पंखे और कूलर के बावजूद राहत नहीं मिल पा रही है, जिससे लोग पसीने से तर-बतर हो रहे हैं। बिजली की बार-बार ट्रिपिंग भी परेशानियों को बढ़ा रही है।

गर्मी से बचाव के उपाय:

विशेषज्ञों का कहना है कि लोग गर्मी से बचने के लिए पर्याप्त पानी पीएं, हल्के और सूती कपड़े पहनें, और धूप में बाहर निकलने से बचें। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष देखभाल की आवश्यकता है। इसके अलावा, ताजे फलों और सब्जियों का सेवन कर शरीर को हाइड्रेट रखना चाहिए।

मौसम में बदलाव की उम्मीद:

मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार की शाम से मौसम में बदलाव की संभावना है और शनिवार को बारिश हो सकती है, जिससे तापमान में गिरावट आएगी और लोगों को गर्मी से राहत मिल सकेगी।

इस प्रकार, काशी में भीषण गर्मी के कारण घाटों पर शवों की कतार और अस्पतालों में मरीजों की भीड़ देखने को मिल रही है। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को गर्मी से बचाव के उपाय बताए जा रहे हैं, ताकि वे इस भीषण मौसम में सुरक्षित रह सकें।

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