गोरखपुर मंडल क्षेत्र के इस जनपद में है चमत्कारी मंदिर करोड़ों का है संपत्ति फिर भी लोग इस मंदिर के बारे में बहुत कम जानते हैं।

गोरखपुर मंडल क्षेत्र में एक ऐसा मंदिर है जिसकी संपत्ति करोड़ों रुपए से ज्यादा है और चमत्कारी मंदिर है जिस के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं, कहा जाता है कि रहस्यों से भरा हुआ मंदिर गोरखपुर मंडल क्षेत्र के देवरिया जनपद में स्थित है।

भारत में कुछ ऐसे चमत्कारी मंदिर हैं जो लोगों की पहुंच से काफी दूर है, और कुछ ऐसे भी मंदिर हैं जो काफी चमत्कारी और प्रभावशाली है, लेकिन आधुनिक युग में उसका प्रचार न होने की वजह से उसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं, आज मैं बात करने वाला हूं उत्तर प्रदेश के गोरखपुर मंडल क्षेत्र के देवरिया जनपद में एक ऐसी चमत्कारी राम मंदिर के बारे में जहां मंदिर का इतिहास चमत्कारों से भरा है। मंदिर का इतिहास सैकड़ो साल पुराना है लेकिन आज भी मंदिर का इतिहास को लेकर लोग अक्सर चर्चा करते हैं।

देवरिया जनपद से 15 किलोमीटर पुरव दिशा में स्थित बैकुंठपुर गांव जहा एक राम मंदिर चमत्कारों से भरा हुआ है, खास बात यह है कि इस मंदिर की संपत्ति करोड़ों रुपए से ज्यादा की है लेकिन मंदिर ज्यादा प्रभावशाली होने के बाद भी लोग इसके बारे में बहुत कम जानते हैं जिसके बारे में आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले हैं।

देवरिया जनपद के बैकुंठपुर गांव में स्थित राम मंदिर का इतिहास काफी पुराना है बताया जाता है कि मंदिर लगभग 500 वर्ष पुराना है लेकिन मंदिर में चमत्कार कुछ ऐसे हुए हैं जिसके बारे में आज भी लोग चर्चा करते हैं, बैकुंठपुर राम मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यह मंदिर पहवारी महाराज के अंतर्गत आता है, जिनके अंदर लगभग 365 मंदिर है, पहवारी महाराज एक मंदिर पर मात्र एक रात ही रुकते हैं अगले दिन वह दूसरे मंदिर केलिए निकल जाते हैं, इसी तरह घूमते हुए पहवारी महाराज 1 साल में एक मंदिर पर एक बार एक दिन के लिए आते हैं।

जब पहवारी महाराज बैकुंठपुर मंदिर पर पहुंचते हैं तो उस समय विवाह पंचमी का दिन होता है जहां बैकुंठपुर मंदिर में भगवान श्री राम शत्रुघ्न लक्ष्मण भरथ इन सभी के शादी का रस्म निभाया जाता है, जिसे देखने के लिए उत्तर प्रदेश और बिहार के भारी संख्या में लोग पहुंचते हैं, और बैकुंठपुर मंदिर की वजह से बैकुंठपुर में 3 महीने तक मेला का आयोजन किया जाता है, जहां विभिन्न जगहों से दुकानदार अपनी दुकान लेकर पहुंचते हैं और अपना सामान बेचते हैं, खास बात यह की बैकुंठपुर मेले का गुरही जलेबी काफी प्रसिद्ध है।

बैकुंठपुर मंदिर में यह हुआ था चमत्कार

स्थानीय लोगों का यह कहना है कि बैकुंठपुर मंदिर चमत्कारों से भरा हुआ है, एक बार की बात है जब मंदिर के गुंबज के ऊपर लगा सोने का कलश चुराने के लिए चोर मंदिर पर चढ़ने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन अचानक सभी चोरों के आंखों से दिखना बंद हो गया| जिस वजह से वह भाग ना सके और सुबह वह पकड़े गए। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि बैकुंठपुर मंदिर में जब मेला का आयोजन होता है तब या राम, भरथ, ,शत्रुधन की विवाह की उपलक्ष में प्रसाद के रूप में पुआ बनाया जाता है, जो घी में ताला जाता है, घी अचानक खत्म हो गया जिस के बाद बाद इसकी सूचना पहावरी महाराज को दी गई उन्होंने कहा कि जो बगल में नदी है वहा, गंगा मां से अपनी परेशानी बताकर चार डीबा पानी भर कर लेकर आओ, वह पानी जब गर्म कराही में डाला गया तो वहां घी में परिवर्तन हो गया।

बैकुंठपुर राम मंदिर में कहा जाता है जो भी लोग मंदिर में पहुंचकर पूजा पाठ करने के बाद भगवान श्री राम के आगे हाथ जोड़कर मांगते हैं उनकी इच्छा पूरी हो जाती है। तभी से गोरखपुर मंडल क्षेत्र की देवरिया जनपद के बैकुंठपुर गांव का मंदिर काफी प्रसिद्ध है हालांकि नेशनल लेवल पर इस मंदिर के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं |

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