अयोध्या राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा से पहले देवरिया के एक संत का क्यों आ रहा है चर्चा

भले ही अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को हो लेकिन देवरिया जनपद के एक संत महायोगी का नाम अब सामने आ रहा है उनका भी चर्चा है वही बताया जा रहा है कि राम मंदिर के इनवाइट कार्ड पर उनका भी फोटो लगा हुआ है।

अयोध्या से 200 किलोमीटर की दूरी पर स्थित देवरिया जनपद में महर्षि देवराहा बाबा की तपोभूमि है जहां राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा से पहले इनकी भी चर्चा अब मीडिया में खूब होने लगी है कौन है देवराहा बाबा और देवरिया से क्या है कनेक्शन सब कुछ हम बताएंगे इस आर्टिकल के माध्यम से।

कहा जाता है कि देवरिया जनपद जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित महर्षि देवराहा बाबा की तपोस्थली आज भी मौजूद है जहां महर्षि देवराहा बाबा ने भविष्यवाणी किया था कि राम मंदिर बनेगा और सभी के सहमति से बनेगा जिसका वीडियो आज भी मौजूद है यही वजह है कि राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के न्योता वाले कार्ड पर प्रभु श्री राम के बाद देवराहा बाबा का फोटो अंकित किया गया है।

ज्यादातर लोग गूगल सर्च कर जानने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर राम मंदिर की न्योता वाली कार्ड पर महर्षि देवराहा बाबा का फोटो भी लगा है जिनके बारे में बहुत लोग नहीं जानते हैं।

देवरहा बाबा की तपोस्थली देवरिया जनपद जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मईल चौराहा से 2 किलोमीटर की दूरी पर सरयू नदी के किनारे उनकी तपोस्थली है कहा जाता है बाबा जो अपने मुख से कह देते थे वह बात सच हो जाती थी यही वजह थी कि बाबा के दर्शन करने देश के बड़े-बड़े राजनीतिक रसूखदार पहुंचते थे।

यहां तक की भारत सरकार चला रहे राजीव गांधी सोनिया गांधी देश के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद समिति देश के कोने-कोने से लोग बाबा के पास पहुंचने थे उनका आशीर्वाद लेते थे एक वीडियो इंटरनेट पर आज भी मौजूद है जहां बाबा से यह पूछा जा रहा है कि राम मंदिर कैसे बनेगा बाबा कहते हैं कि राम मंदिर सब की सहमति से बनेगी और प्यार से बनेगी फिर बाबा से यह सवाल किया जाता है कि क्या आपको उम्मीद है कि शांति से बनेगा महर्षि देवराहा बाबा कहते हैं कि मुस्लिम में भी हमारे भक्त हैं और सब लोग सम्मिलित होकर राम मंदिर बनाएंगे।

राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा से पहले यह वीडियो अब चर्चा का विषय बन गया यही वजह है कि अब देवरिया जनपद भी अयोध्या राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के समय चर्चा में आ गया है वही देवराहा बाबा की उम्र को लेकर कोई आंकड़ा नहीं है कि वह कितने वर्ष की उम्र में उनका स्वर्गवास हुआ।

आसपास के लोगों का यह कहना है कि देवरहवा बाबा अपनी इच्छा मृत्यु किए थे और यह भी कहा जाता है कि वह पानी पर चलना भी जानते थे कभी मथुरा में नजर आते थे तो कभी देवरिया में नजर आते थे और बाबा के भक्त भारत ही नहीं अंग्रेज भी थे अंग्रेज भी बाबा के दरबार में जाकर पूजा करते थे देश दुनिया से बाबा के भक्त उनसे मिलने आते थे कहा जाता है कि महर्षि देवराहा बाबा बिना कहे मनकी की बात जान लेते थे ।

कितना बदला है महर्षि देवराहा बाबा की तपोभूमि

भले ही देश दुनिया में महर्षि देवराहा बाबा की नाम की चर्चा हो रहा हो लेकिन महर्षि देवराहा बाबा की तपोभूमि पर कुछ खास नहीं हुआ है आज भी यहां पर जो निर्माण होनी चाहिए वह नहीं हुआ है सरयू नदी के किनारे स्थित होने की वजह से यहां बहुत कम लोग पहुंच पाते हैं वहीं देवराहा बाबा की तपोभूमि की कायाकल्प बदलने की जरूरत है

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