जैसा कि आप जानते होंगे इस साल सीजन की शुरुआती में ही गेहूं के साथ पूछा भी भाव देने लगा है गेहूं की कटाई मड़ाई समाप्त होते ही भूसा का रेट तेजी से बढ़ने लगा है अप्रैल के दूसरे सप्ताह तक भोसा बनाने वाले तीन से 4 सौ रूपए प्रति कुंटल बेच रहे थे जबकि अब इसका रेट बढ़कर 6 सौ रूपए प्रति क्विंटल हो गया है जबकि व्यापारी शहर में इसे 8 सौ से लेकर 9 सौ रूपए कुंटल तक भूसा बिक रहे हैं गेहूं की तरह इसका भी रेट तेजी से बढ़ने लगा है
अप्रैल महीने के पहले सप्ताह में गेहूं की कटाई शुरू हो गई इसके साथ ही कंबाइन मशीन के पीछे चलते हैं मशीन से भूसा भी बनाने लग गए शुरू में प्रति ट्राली 2 हजार रुपए की दर से भूसा गिराया जा रहा था लेकिन अधिकांश क्षेत्र में कटाई समाप्त होने तथा इसकी बढ़ती मांग को देखते हुए उसे के मूल्य में उछाला गया
बता दें कि डेयरी का कारोबार करने वाले सीजन में ही साल भर का भूसा स्टार्ट कर लेते हैं और मशीन वाले कारोबारियों को प्रति डाली 2000 की दर से भूसा दे रहे थे एक ट्राली में 5 से 6 कुंटल भूसा होने का अनुमान होता है लेकिन अधिकांश क्षेत्र में गेहूं की कटाई मड़ाई समाप्त होने के बाद अब जो भूसा का मूल्य में है उसमें काफी उछाल देखा जा रहा है
वही शहर में भूसी का जो रेट है 8 से 900 रूपए प्रति कुंटल हो गया है बड़े डेयरी कारोबारी तथा गौशालाओं के लिए साल भर के लिए भूसा स्टोर करने का काम रहे है मांग के अनुसार भूसी की आपूर्ति नहीं होने से दाम में बढ़ोतरी हुई है जबकि पिछले साल इस समय से ₹700 कुंटल शहर में व्यापारी भूषा गिरा रह थे है इस साल गेहूं के मूल्य के साथ ही इसके के दाम में भी उछाल देखा जा रहा है
गेहूं की क्या रेट है अभी
जो सरकारी रेट है अभी 2125 रुपया कुंटल जबकि व्यापारी किसानों के दरवाजे से ही 22 सौ रुपए कुंटल खरीद रहे हैं इस तरह से पिछले साल की अपेक्षा 200 रूपए प्रति कुंतल अधिक बिक रहा है भूसा