देवरिया के पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन इन दिनों अपने एक बयान को लेकर चर्चा में हैं। सोशल मीडिया पर उनका वह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे लोकप्रिय फिल्मों “पुष्पा” और “KGF” के नकारात्मक किरदारों पर कड़ी टिप्पणी करते दिखाई दे रहे हैं। इस बयान के बाद लोग जानना चाह रहे हैं कि आखिर SP संजीव सुमन कौन हैं और उन्होंने ऐसा क्या कहा कि वे सुर्खियों में आ गए।

कौन हैं SP संजीव सुमन?
संजीव सुमन उत्तर प्रदेश कैडर के एक 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं, जो वर्तमान में देवरिया के पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनात हैं। वे अपनी सख्त कार्यशैली और तेज़ निर्णय लेने के लिए जाने जाते हैं। जिले में पदभार संभालने के बाद से ही उन्होंने पुलिसिंग को लेकर कई बड़े कदम उठाए।
हाल ही में उन्होंने देवरिया पुलिस में व्यापक तबादले कराए थे, जिसे लोगों ने “तबादला एक्सप्रेस” नाम दिया। इसके अलावा भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों में भी वे सख्त रुख अपनाते रहे हैं। पासपोर्ट वेरिफिकेशन के नाम पर रिश्वत मांगने के आरोप में दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर वे चर्चा में आए थे।
क्या कहा था SP संजीव सुमन ने?
मणिनाथ इंटर कॉलेज में आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए SP संजीव सुमन ने युवाओं को फिल्मों से गलत सीख न लेने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि आजकल कई फिल्मों में गुंडे-बदमाशों को हीरो की तरह दिखाया जा रहा है, जो समाज के लिए गलत संदेश है।

उन्होंने फिल्म पुष्पा का उदाहरण देते हुए कहा—
“अगर असल जिंदगी में कोई कहे कि ‘पुष्पा, झुकेगा नहीं’, तो पुलिस उसे झुका देगी। ऐसे फिल्मी डायलॉग असल जिंदगी में नहीं चलते।”
इसी तरह उन्होंने KGF के रॉकी भाई का जिक्र करते हुए कहा कि मीडिया और सोशल मीडिया ने अपराधियों जैसे व्यवहार करने वाले किरदारों को हीरो बना दिया है, जिससे युवा भ्रमित होते हैं।
उनका साफ कहना था कि—
“युवा ऐसे किरदारों को फॉलो करना बंद करें। सिनेमा मनोरंजन है, जीवन का आदर्श नहीं।”
वीडियो क्यों हुआ वायरल?
SP संजीव सुमन का यह बयान देखते ही देखते इंटरनेट पर वायरल हो गया। कई लोग उनकी सख्त शैली की तारीफ कर रहे हैं, तो कुछ इसे फिल्मों को दोष देने की कोशिश बता रहे हैं।
समर्थकों का मानना है कि अधिकारी युवाओं को भटकने से रोकने के लिए सही संदेश दे रहे हैं, जबकि आलोचकों का तर्क है कि फिल्मों को समाज की सारी समस्याओं की जड़ बताना उचित नहीं।

देवरिया में बढ़ी चर्चा
देवरिया में SP संजीव सुमन के इस बयान की खूब चर्चा है। कई स्थानीय कार्यक्रमों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर लोग इसे लेकर बहस कर रहे हैं। पुलिस अधीक्षक के रूप में उनकी छवि पहले भी सख्त अधिकारी की रही है, और यह बयान भी उनकी इसी शैली को दर्शाता है।
संजीव सुमन बिहार के खगड़िया जिले के रहने वाले हैं।
उनके पिता का नाम महेश्वर तिवारी है।
उनका जन्म 30 नवंबर 1986 को हुआ था।


