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Hindi Movie Jan abhi Baki: जान अभी बाकी है”: उत्तराखंड की वादियों में जन्मी एक प्रेम कहानी जो बदल देगी आपकी सोच

नई दिल्ली। संगीत, प्रेम, आध्यात्म और आत्म-खोज की एक दिल छू लेने वाली यात्रा अब बड़े पर्दे पर दस्तक देने जा रही है। म्यूजिकल ड्रामा ‘जान अभी बाकी है’ का ट्रेलर रिलीज होते ही दर्शकों के बीच उत्सुकता की लहर दौड़ गई है। बॉलीवुड के संजीदा अभिनेता मकरंद देशपांडे और हमेशा अपनी सादगी से दिल जीतने वाले बृजेन्द्र काला इस फिल्म में मुख्य भूमिकाओं में नज़र आएंगे। खास बात यह है कि यह फिल्म न केवल सिनेमाई दृष्टि से खूबसूरत है, बल्कि इसमें पूर्वांचल के कलाकारों ने भी दमदार उपस्थिति दर्ज कराई है।

यह फिल्म एक युवा की कहानी है जो उत्तराखंड की वादियों में एक टूरिस्ट लड़की से बेपनाह मोहब्बत कर बैठता है। लेकिन यह केवल एक लव स्टोरी नहीं है – यह उस प्यार की कहानी है जो खुद की पहचान, आत्मिक जागरूकता और सामाजिक सोच के गलियारों से होकर गुजरती है। फिल्म के निर्माता और निर्देशक ने इसे एक आम प्रेम कहानी की तरह नहीं बल्कि एक ऐसी “स्पिरिचुअल और साइंटिफिक लव जर्नी” की तरह गढ़ा है जो दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर देगी।

संगीत है इस फिल्म की आत्मा

‘जान अभी बाकी है’ का म्यूजिक इसकी आत्मा है। फिल्म में संगीत की दुनिया के दिग्गजों ने अपनी आवाज़ का जादू बिखेरा है – जुबिन नौटियाल, आसीस कौर, पलक मुच्छल, जावेद अली, यासीर देसाई, सलमान अली और निकिता गांधी जैसे मशहूर सिंगर्स के दिल छू लेने वाले गीत इस फिल्म को एक नया आयाम देते हैं।

मकरंद देशपांडे कहते हैं, “यह लव स्टोरी कुछ हटके है। इसमें जहां एक तरफ प्रेम है, वहीं दूसरी ओर विज्ञान और आध्यात्म की अनोखी झलक भी है।” वहीं बृजेन्द्र काला का कहना है, “उत्तराखंड की हसीन वादियों में शूटिंग करना अपने आप में एक अनुभव है। इस फिल्म की कहानी दर्शकों को नई ताजगी देगी।”

100 दिन की शूटिंग, हिमालय की गोद में

फिल्म की पूरी शूटिंग लगभग 100 दिनों तक उत्तराखंड की वादियों में की गई है। कैमरा हर दृश्य में न केवल प्रकृति की सुंदरता को कैद करता है, बल्कि पात्रों की भावनाओं को भी संजोता है। फिल्म के निर्देशक सत्यजीत और IJM प्रोडक्शन के निर्माता ने यह साबित कर दिया है कि छोटे शहरों से भी बड़ी और शानदार कहानियां निकल सकती हैं।

पूर्वांचल की प्रतिभा का विस्फोट

यह फिल्म पूर्वांचल, खासतौर से गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर और महाराजगंज के कलाकारों और तकनीकी टीम की मेहनत का नतीजा है। फिल्म में कई लोकल कलाकारों ने न सिर्फ छोटे-छोटे रोल किए हैं, बल्कि अपने अभिनय से दर्शकों को चौंकाया भी है। यही नहीं, फिल्म के निर्माता भी इसी क्षेत्र से ताल्लुक रखते हैं, जिनका सपना था कि भारत के दिल से एक ऐसी फिल्म निकले जो लोगों के दिलों को छू जाए।

प्रांजल शांडिल्य, स्वप्निल सिंह, राजेश जैस, रोहित पाठक और स्व. बिक्रमजीत कंवरपाल जैसे कलाकार भी इस फिल्म में नज़र आएंगे और अपनी अदाकारी से कहानी को मजबूती देंगे।

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