देवरिया: श्रावण मास जैसे पावन पर्व को ध्यान में रखते हुए देवरिया जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हो गया है। सावन के महीने में भगवान शिव के दर्शन हेतु श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना को देखते हुए सोमवार को जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल एवं पुलिस अधीक्षक श्री विक्रान्त वीर ने जनपद के दो प्रमुख शिवालयों – रुद्रपुर स्थित प्राचीन दुग्धेश्वरनाथ मंदिर और देवरिया नगर के सोमनाथ मंदिर का संयुक्त निरीक्षण किया।

निरीक्षण का उद्देश्य श्रावण मास में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा से बचाना था। इस क्रम में जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए कि मंदिरों में भीड़भाड़ को देखते हुए समय से सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने रूट डायवर्जन की योजना, सड़कों की बैरिकेडिंग, पार्किंग स्थल की व्यवस्था, निर्बाध विद्युत आपूर्ति, मंदिर परिसर की सजावट, ध्वनि विस्तारक यंत्रों की स्थापना, स्वच्छता एवं सफाई की व्यवस्था आदि बिंदुओं पर विस्तार से समीक्षा की।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी कार्य समयबद्ध तरीके से पूरे किए जाएं, ताकि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो। वहीं, पुलिस अधीक्षक विक्रान्त वीर ने मंदिर परिसर एवं आस-पास के क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने महिला पुलिसकर्मियों, होमगार्ड्स एवं अन्य सुरक्षा बलों की पर्याप्त तैनाती के निर्देश दिए। साथ ही, मंदिर परिसर में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाकर निगरानी व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाने के निर्देश भी दिए।
निरीक्षण के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों ने मंदिर प्रांगण के साथ-साथ प्रवेश एवं निकास मार्ग, साफ-सफाई, पेयजल आपूर्ति, प्राथमिक चिकित्सा केंद्र, आपातकालीन सेवाओं और ढाबों पर दर सूची (रेट लिस्ट) लगाने जैसी व्यवस्थाओं का गहन अवलोकन किया। जिलाधिकारी ने यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि किसी भी आपात स्थिति में श्रद्धालुओं को तत्काल राहत मिल सके।
रुद्रपुर स्थित दुग्धेश्वरनाथ मंदिर का निरीक्षण करने के बाद जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने विधिवत पूजा-अर्चना कर जनपदवासियों की सुख-शांति और समृद्धि की कामना की। इसके पश्चात दोनों अधिकारी देवरिया नगर स्थित सोमनाथ मंदिर पहुंचे। यहां भी उन्होंने मंदिर परिसर की व्यवस्था, आने-जाने के मार्ग, भीड़ नियंत्रण तथा श्रद्धालुओं की सुविधाओं को लेकर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
सोमनाथ मंदिर में भी दोनों अधिकारियों ने विधिवत पूजा-अर्चना की और जिले की शांति एवं समृद्धि की मंगलकामना की। निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी, पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी, नगर पालिका के कर्मचारी एवं संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
श्रावण मास की व्यापक तैयारियों के इस कदम से स्पष्ट है कि जिला प्रशासन श्रद्धालुओं की आस्था एवं सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहा है। मंदिरों में श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को लेकर की जा रही इन व्यवस्थाओं से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सावन का यह पावन पर्व श्रद्धालुओं के लिए पूरी तरह से सुरक्षित, सहज और दिव्य अनुभव बन सके।