देवरिया जनपद के रुद्रपुर थाना क्षेत्र में डी.डी.एम. पब्लिक स्कूल के प्रबंधक धनंजय पाल की हत्या का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। 27/28 जून की रात को हुई इस जघन्य वारदात की गुत्थी को रुद्रपुर पुलिस एवं अनावरण हेतु गठित टीमों ने उच्च अधिकारियों के मार्गदर्शन में सुलझा लिया है।

प्रथम दृष्टया मृतक की पत्नी द्वारा अज्ञात के विरुद्ध थाना रुद्रपुर में मुकदमा दर्ज कराया गया था। जांच के दौरान एक-एक कर सामने आए तथ्य ने इस मामले को चौंकाने वाला मोड़ दे दिया। साक्ष्य संकलन और पूछताछ के बाद मृतक के सौतेले बेटे मृत्युंजय पाल एवं उसके साथी अमन निषाद को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में मृत्युंजय पाल ने यह स्वीकार किया कि उसने संपत्ति एवं जमीन के बंटवारे के विवाद के चलते अपने सौतेले पिता की हत्या की साजिश रची थी।
पुलिस के अनुसार, मृत्युंजय ने अपने पिता की हत्या के लिए 50,000 रुपये की सुपारी दी थी। हत्या में शामिल कुल पांच अभियुक्तों में से दो को गिरफ्तार कर लिया गया है,
इस महत्वपूर्ण सफलता पर पुलिस अधीक्षक ने पुलिस टीम को 10,000 रुपये का नगद पुरस्कार प्रदान किया है।
इसी हत्याकांड में वांछित चल रहा एक अन्य अभियुक्त कमरुद्दीन उर्फ तालीबान पुत्र रमजान (उम्र 23 वर्ष) को भी कल देर रात पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार कर लिया। जब पुलिस टीम उसे हत्या में प्रयुक्त हथियार की बरामदगी के लिए लेकर जा रही थी, तभी कमरुद्दीन ने पठकौली क्षेत्र में दरोगा की पिस्टल छीनने की कोशिश की और पुलिस टीम पर फायरिंग कर भागने का प्रयास किया।
पुलिस ने तत्काल मोर्चा संभालते हुए जवाबी कार्रवाई की, जिसमें कमरुद्दीन के दाहिने पैर में गोली लगी। घायल अवस्था में उसे तुरंत जिला मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है।
फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण कर साक्ष्य संकलन का कार्य पूरा कर लिया है और आगे की विधिक प्रक्रिया प्रचलित है।
इस पूरे घटनाक्रम ने जिले भर में सनसनी फैला दी है और पुलिस की तत्परता व प्रभावी कार्रवाई की सराहना की जा रही है। यह मामला न केवल पारिवारिक रंजिश का परिणाम है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि जायदाद और आपसी विवाद किस कदर खूनी साजिश में तब्दील हो सकते हैं।