देवरिया जनपद के खुखुन्दू थाना क्षेत्र में हुए एक सनसनीखेज हमले के मामले में पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। कोतवाली क्षेत्र निवासी रंजेश यादव पुत्र बलराम यादव पर कुछ दिन पूर्व गांव के ही कुछ लोगों ने धारदार हथियार और लाठियों से जानलेवा हमला किया। हमलावरों की मंशा उसकी हत्या करने की थी, लेकिन रंजेश किसी तरह वहां से भाग निकले और अपनी जान बचा सके।

घटना के बाद पीड़ित ने स्थानीय थाने में नामजद आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने शुरुआती कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, लेकिन अन्य नामजद आरोपी अब तक खुलेआम घूम रहे हैं। इस लापरवाही से पीड़ित और उसके परिवार में दहशत का माहौल बना हुआ है।
रंजेश यादव का कहना है कि आरोपी लगातार उसे धमकी दे रहे हैं और किसी भी समय कोई अनहोनी हो सकती है। इसी डर से वह सोमवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा और एसपी से मिलकर अपनी आपबीती सुनाई। उसने मांग की कि अन्य फरार आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए और उसे सुरक्षा मुहैया कराई जाए।
पीड़ित का आरोप है कि पुलिस को आरोपियों की पूरी जानकारी होने के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। वह यह भी कहता है कि जिन लोगों ने उस पर हमला किया, उनके खिलाफ पहले से कई मुकदमे दर्ज हैं, फिर भी न तो उनके खिलाफ गुंडा एक्ट लगाया गया और न ही गैंगस्टर एक्ट के तहत कोई सख्त कदम उठाया गया। रंजेश ने यह भी बताया कि भोलू यादव नाम के एक आरोपी ने 19 जून को थाने में पहुंचकर उसके खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कराया, जबकि वह खुद कई मामलों में वांछित है। इसके बावजूद पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी।
इस पूरे मामले पर पुलिस का कहना है कि फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है और जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। वहीं, स्थानीय लोगों का मानना है कि यदि पुलिस गंभीरता से कार्रवाई करे तो आरोपी ज्यादा दिनों तक फरार नहीं रह सकते।
पीड़ित ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है और उम्मीद जताई है कि उसकी फरियाद को गंभीरता से लिया जाएगा। अब देखना यह होगा कि पुलिस इस मामले में कितनी तत्परता दिखाती है और पीड़ित परिवार को कब तक न्याय मिलता है।