देवरिया: केरल में हो रही जंगल की अंधाधुंध कटाई को लेकर देशभर में आक्रोश फैलता जा रहा है। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन सुभाष चौक पर आयोजित किया गया, जहां कार्यकर्ताओं ने हाथों में दफ्ती लेकर और नारों के माध्यम से अपनी नाराजगी जताई।

प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना था कि केरल में विकास के नाम पर विशाल जंगलों को काटा जा रहा है, जिससे वहां का वन्य जीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि केरल की सरकार, जहां कांग्रेस सत्ता में है, पर्यावरण के संरक्षण के बजाय विनाश के रास्ते पर चल रही है। उनका कहना था कि यह न सिर्फ प्रकृति के साथ अन्याय है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के भविष्य से भी खिलवाड़ है।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी पर जमकर हमला बोला और कहा कि “पर्यावरण की कीमत पर कोई भी विकास स्वीकार्य नहीं है। कांग्रेस सरकार कथित विकास के नाम पर जो कुछ कर रही है, वह जंगलों और जीव-जंतुओं के अस्तित्व के लिए घातक है।”
प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने मांग की कि केंद्र सरकार इस मामले में हस्तक्षेप करे और केरल सरकार को पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने के लिए बाध्य करे। साथ ही, उन्होंने वन्य जीवों की रक्षा के लिए सख्त कानूनों के क्रियान्वयन की भी मांग की।
इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कई मोर और पक्षी मरते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह वीडियो लोगों की भावनाओं को झकझोर रहा है। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि यह वीडियो असली नहीं है, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक की मदद से तैयार किया गया प्रतीकात्मक दृश्य है। बावजूद इसके, इस वीडियो ने लोगों का ध्यान केरल में हो रही कथित वन कटाई की ओर आकर्षित किया है।
प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं ने यह भी कहा कि सिर्फ वीडियो या सोशल मीडिया तक सीमित रहने से काम नहीं चलेगा, बल्कि जनता को जागरूक होकर पर्यावरण की रक्षा के लिए आवाज़ उठानी होगी। यदि आज कदम नहीं उठाए गए, तो आने वाला कल बेहद भयावह हो सकता है।
देवरिया में हुए इस प्रदर्शन से साफ है कि आम जनता और सामाजिक संगठन अब पर्यावरण संरक्षण को लेकर सजग हो चुके हैं और सरकारों से ठोस कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।