Deoria News: होली के दिन हादसों में पांच की मौत, कई घायल, मेडिकल कॉलेज में लगी भीड़

देवरिया जिले में होली का पर्व इस बार कई परिवारों के लिए मातम का कारण बन गया। जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में गुरुवार को हुए सड़क हादसों और अन्य घटनाओं में पांच लोगों की मृत्यु हो गई, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज और अन्य अस्पतालों में भर्ती कराया गया।

ट्रेन से गिरकर मजदूर की मौत

बिहार के सिवान जिले के दरौली थाना क्षेत्र के कृष्णापाली गांव निवासी 38 वर्षीय सुभाष माझी अहमदाबाद में मजदूरी करते थे। वह होली मनाने के लिए अहमदाबाद से ट्रेन से अपने गांव लौट रहे थे। देवरिया के अहिल्यापुर रेलवे स्टेशन और सकरापार ढाला के बीच वह अचानक ट्रेन से नीचे गिर गए, जिससे उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गई। उनकी पत्नी ललीता देवी, बेटे कृष्णा, रितेश, कृष और बेटी नंदनी का रो-रोकर बुरा हाल है।

संदिग्ध परिस्थितियों में व्यक्ति की मौत

भलुअनी थाना क्षेत्र के बारीपुर निवासी 60 वर्षीय वीरेंद्र यादव की शुक्रवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई। स्वजन उन्हें गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलने पर सदर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी।

नदी में डूबने से मासूम की मौत

बरियारपुर थाना क्षेत्र के महुआपाटन गांव निवासी सात वर्षीय अभी यादव शुक्रवार की सुबह होली खेलने के बाद नदी में नहाने गया था। इस दौरान वह गहरे पानी में चला गया और डूबने से उसकी मृत्यु हो गई। होली के दिन हुई इस दर्दनाक घटना से परिवार में कोहराम मच गया।

सड़क हादसे में युवक की मौत, एक गंभीर

गौरीबाजार थाना क्षेत्र के उधवपुर निवासी 35 वर्षीय हरेंद्र गुप्ता अपने दोस्त 18 वर्षीय हरिओम के साथ बाइक से खोराराम गांव जा रहे थे। खोराराम चौराहे के पास उनकी बाइक को एक अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी, जिससे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। हरेंद्र गुप्ता को इलाज के दौरान अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया, जबकि हरिओम को गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।

अज्ञात वाहन की टक्कर से व्यक्ति की मौत

रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के लुहठही गांव निवासी 45 वर्षीय विपत निषाद शुक्रवार को सड़क पार कर रहे थे, तभी एक अज्ञात वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी। गंभीर रूप से घायल विपत निषाद को स्वजन तुरंत अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

मेडिकल कॉलेज में दिनभर लगी रही भीड़

होली के दिन देवरिया मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी वार्ड में दिनभर अफरा-तफरी मची रही। सड़क हादसों और मारपीट की घटनाओं में घायल कई लोगों को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज लाया गया। बेड फुल होने की वजह से मरीजों को इलाज के लिए जगह नहीं मिल पा रही थी। स्थिति इतनी खराब थी कि कुछ मरीजों को फर्श पर ही लेटना पड़ा।

एम्बुलेंस की मांग बढ़ी, कई लोगों को गोरखपुर रेफर किया गया

होली के मौके पर जिलेभर में सड़क हादसे और झगड़ों की घटनाओं की सूचना मिलते ही एम्बुलेंस सेवा दिनभर दौड़ती रही। सरकारी एम्बुलेंस के देर से पहुंचने पर लोगों ने प्राइवेट एम्बुलेंस का सहारा लिया। मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी से 15 से अधिक घायलों को गोरखपुर रेफर किया गया, जिन्हें एम्बुलेंस से भेजा गया।

एडीएम प्रशासन पहुंचे मेडिकल कॉलेज

होली पर हुई घटनाओं को लेकर प्रशासन भी सक्रिय रहा। शाम को एडीएम प्रशासन देवरिया मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी पहुंचे, जहां उन्होंने डॉक्टरों से मरीजों की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने डॉक्टरों को सभी घायलों का उचित इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

सड़क सुरक्षा और सावधानी जरूरी

होली के दौरान सड़क हादसों और अन्य घटनाओं में हुई मौतों से स्पष्ट होता है कि त्यौहार की खुशी के बीच सावधानी बेहद जरूरी है। प्रशासन को सड़क सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाने चाहिए और लोगों को भी यातायात नियमों का पालन करना चाहिए। ताकि इस तरह के दुखद हादसों को रोका जा सके और त्योहार के रंगों में कोई मातम न घुले।

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