uric acid: यूरिक एसिड: शरीर में बढ़ने से हो सकते हैं गंभीर खतरे, जानिए लक्षण और उपाय

आजकल बदलती जीवनशैली और खान-पान की आदतों के कारण कई स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ रही हैं। इनमें से एक प्रमुख समस्या है यूरिक एसिड का बढ़ना। यूरिक एसिड शरीर में मौजूद एक प्रकार का कचरा उत्पाद है, जो शरीर में प्यूरिन नामक पदार्थ के टूटने से बनता है। सामान्य स्थिति में, यह किडनी द्वारा छानकर शरीर से बाहर निकल जाता है, लेकिन जब इसका स्तर सामान्य से अधिक हो जाता है, तो यह विभिन्न प्रकार की बीमारियों का कारण बन सकता है।

यूरिक एसिड क्या है?

यूरिक एसिड शरीर में प्यूरिन नामक रसायन के टूटने से बनता है। प्यूरिन हमारे शरीर में स्वाभाविक रूप से पाया जाता है, और यह कुछ खाद्य पदार्थों, जैसे कि मांस, समुद्री भोजन, शराब, और हाई-प्रोटीन खाद्य पदार्थों में भी मौजूद होता है। जब हमारे शरीर में प्यूरिन का अधिक मात्रा में सेवन होता है, तो किडनी उसे ठीक से फिल्टर नहीं कर पाती और यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने लगता है। यह बढ़ा हुआ यूरिक एसिड शरीर में क्रिस्टल्स के रूप में जमा हो सकता है, जो गठिया (गाउट) जैसी समस्या का कारण बनता है।

यूरिक एसिड बढ़ने से होने वाले खतरे

यूरिक एसिड का बढ़ना शरीर में कई गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है। यह न केवल हड्डियों और जोड़ों पर असर डालता है, बल्कि इसके अन्य गंभीर परिणाम भी हो सकते हैं:

  1. गठिया (गाउट): यूरिक एसिड का स्तर जब अधिक हो जाता है, तो यह जोड़ों में जमा हो जाता है और क्रिस्टल्स के रूप में बनकर गठिया की समस्या उत्पन्न कर सकता है। इससे जोड़ों में तीव्र दर्द, सूजन, लालिमा और गर्मी महसूस हो सकती है। सबसे अधिक प्रभावित अंग पैर का अंगूठा होता है, लेकिन यह घुटनों, कलाई, और कोहनी को भी प्रभावित कर सकता है।
  2. किडनी स्टोन: जब यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है, तो यह किडनी में भी क्रिस्टल्स के रूप में जमा हो सकता है, जिससे किडनी स्टोन (पथरी) बनने का खतरा होता है। किडनी स्टोन होने पर पेट और पीठ में तेज दर्द, पेशाब में जलन और खून आना जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं।
  3. हृदय रोग: यूरिक एसिड का उच्च स्तर दिल की बीमारियों का कारण भी बन सकता है। शोध बताते हैं कि जिन लोगों में यूरिक एसिड का स्तर अधिक होता है, उनमें दिल के दौरे और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। यह रक्त धमनियों को कठोर बना सकता है, जिससे हृदय को सामान्य रूप से कार्य करने में कठिनाई होती है।
  4. हाइपरयूरेसिमिया: यह स्थिति तब होती है जब शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बहुत अधिक हो जाता है। इससे शरीर में सूजन, थकान, और जोड़ों में अकड़न महसूस होती है। अगर इसका इलाज समय पर न किया जाए, तो यह कई अन्य गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।

यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षण

यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने के शुरुआती चरणों में कोई विशेष लक्षण नजर नहीं आते हैं, लेकिन समय के साथ इसके लक्षण स्पष्ट होने लगते हैं। कुछ प्रमुख लक्षण निम्नलिखित हैं:

  1. जोड़ों में तेज दर्द, विशेषकर सुबह के समय।
  2. जोड़ों में सूजन, लालिमा और गर्मी महसूस होना।
  3. लगातार थकान और कमजोरी महसूस करना।
  4. पेट और पीठ में दर्द, खासकर किडनी स्टोन के मामले में।
  5. पेशाब में जलन या खून आना।
  6. रक्तचाप का बढ़ना।

यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के उपाय

यूरिक एसिड का स्तर नियंत्रित करने के लिए जीवनशैली में कुछ बदलाव करना आवश्यक होता है। निम्नलिखित उपाय करके यूरिक एसिड को नियंत्रित किया जा सकता है:

  1. खान-पान में सुधार: सबसे पहले, आपको अपने आहार पर ध्यान देना होगा। प्यूरिन से भरपूर खाद्य पदार्थों, जैसे मांस, समुद्री भोजन, शराब, और बीयर का सेवन कम करें। इसके स्थान पर हरी सब्जियां, फलों और साबुत अनाज का सेवन बढ़ाएं। दाल, मटर, पालक और मशरूम का सेवन भी सीमित मात्रा में करें।
  2. पर्याप्त पानी पिएं: शरीर से यूरिक एसिड को निकालने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना जरूरी है। रोजाना कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं, जिससे यूरिक एसिड किडनी के माध्यम से बाहर निकल सके।
  3. वजन नियंत्रण: अगर आपका वजन अधिक है, तो इसे नियंत्रित करने का प्रयास करें। मोटापा यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ाता है, इसलिए नियमित व्यायाम करें और स्वस्थ आहार अपनाएं।
  4. नियमित व्यायाम करें: शारीरिक रूप से सक्रिय रहना यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। प्रतिदिन योग, दौड़ना, साइकिल चलाना या तैराकी जैसे व्यायाम करें।
  5. अल्कोहल का सेवन बंद करें: शराब और बीयर में प्यूरिन की मात्रा अधिक होती है, जिससे यूरिक एसिड का स्तर बढ़ सकता है। इसलिए इनका सेवन कम या पूरी तरह से बंद कर दें।
  6. दवाइयों का सेवन: डॉक्टर की सलाह से यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के लिए दवाइयों का सेवन करें। अगर यूरिक एसिड का स्तर अत्यधिक बढ़ गया है, तो डॉक्टर द्वारा दी गई दवाइयों का नियमित रूप से सेवन करें।

निष्कर्ष

यूरिक एसिड का स्तर बढ़ना शरीर के लिए गंभीर समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। इससे गठिया, किडनी स्टोन और हृदय रोग जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। हालांकि, सही खान-पान, नियमित व्यायाम और डॉक्टर की सलाह से दवाइयों का सेवन करके यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है। यदि आप समय पर सतर्कता बरतते हैं और स्वस्थ जीवनशैली अपनाते हैं, तो आप यूरिक एसिड से संबंधित समस्याओं से बच सकते हैं।

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