spot_img

Top 5 This Week

Related Posts

उत्तर प्रदेश के देवरिया जनपद में मिलता है यह दुर्लभ वृक्ष संजीवनी से कम नहीं कई बीमारियों में आता है काम

उत्तर प्रदेश की देवरिया जनपद में एक ऐसा वृक्ष पाया जाता है जो संजीवनी बूटी से कम नहीं है इसके बारे में वेद पुराण सहित कई जगहों पर जिक्र किया गया है एक ऐसा औषधि पेड़ है जिस के बारे में देवरिया के लोग बहुत कम जानते हैं यह दुर्लभ पेड़ देवरिया में पाया जाता है जिसकी पूरे भारत में काफी महत्व है।

भारत में बीमारियों की बात करें तो हर एक व्यक्ति किसी न किसी बीमारी से ग्रसित मिल जाता है लगभग 99% लोगो को बीमारी है जिनकी इलाज में अच्छा खासा पैसा खर्च होता है तो आज हम बताने वाले हैं एक ऐसे वृक्ष के बारे में जो हार्ट अटैक जैसे खतरनाक बीमारियों में संजीवनी बूटी बनकर सामने आता है, जिसकी सेवन से पेट से संबंधित बीमारी हार्ट अटैक जैसे अनेकों बीमारी ठीक हो जाता है और यह पेड़ आसानी से हर गांव हर जंगल में मिल जाता है जिसका आयुर्वेद में खास महत्व है आई विस्तार से जानते हैं।

भारत में चिकित्सक की पुरानी परंपरा को देखें तो भारत पेड़ पौधों से चिकित्सा होता था पेड़ पौधा औषधि के रूप में उपयोग किए जाते थे बदलते समय में चिकित्सा की पद्धति भी बदल गई है लेकिन भारत में एक ऐसा पौधा है जो हर जगह आसानी से मिल जाता है और कई बीमारियों में कारगर साबित होता है जो है अर्जुन का पेड़ आप अपने आसपास अर्जुन का पेड़ अवश्य देखा होगा लेकिन इसकी लाभकारी गुणों के बारे में शायद नहीं जानते होंगे आज हम आपको बताने वाले हैं कि आपके आसपास रहने वाला अर्जुन का पेड़ कितना फायदेमंद है।

अर्जुन पेड़ के फायदे

अर्जुन के पेड़ के इतने फायदे हैं कि आप सोच भी नहीं सकते की बेहद आसानी से मिलने वाला यह वृक्ष आपके लिए किसी संजीवनी बूटी से कम नहीं है, आज कल यह देखा जा रहा है कि हार्ट अटैक की वजह से बहुत लोगों की मौत हो जा रही है उसका इलाज नहीं हो पा रहा है लेकिन अर्जुन का पौधा हार्ट अटैक जैसे गंभीर बीमारियों में भी काफी लाभकारी है यह पौधा दिल से जुड़ी बीमारियों को कम करने और उसकी कार्य क्षमता को बेहतर बनाने में मदद करता है अर्जुन की छाल फायदेमंद होता है अर्जुन की छाल को लेकर एनसीबीआई के द्वारा एक शोध किया गया जिसमें पाया गया कि अर्जुन की छाल में ट्रांइटरपेनाईड नामक एक खास रसायन होता है जो हार्ड अटैक के खतरे को कम करता है यह अर्जुन के छाल में पाया जाता है।

अर्जुन के पेड़ की औषधि गुण

अर्जुन की छाल में आयुर्वेदिक औषधि गुण से भरा होता है इसमें एंटीऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं जो इन्फेक्शन गले की खराश सर्दी जुकाम जैसे कई बीमारियों में लाभकारी होते हैं आईए जानते हैं यह कौन-कौन से बीमारी में काम आते हैं।

अर्जुन का चल डायबिटीज के मरीजों के लिए भी रामबाण है इसी वजह से डायबिटीज के मरीजों को अर्जुन की छाल के पानी पीने को कहा जाता है, अर्जुन की छाल में एंटीडयबिटीक और एंजाइम्स पाए जाते हैं जो किडनी और लीवर की कैपेसिटी को बढ़ाकर ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है, अर्जुन की छाल सर्दी खांसी में भी काफी मददगार साबित होता है, जिनको सर्दी खांसी की दिक्कत रहती है उन्हें अर्जुन की छाल निकाल कर इस पानी में लंबे समय तक उबालकर पीने से फेफड़ा को हल्दी बना देता है और इसकी कैपेसिटी को बढ़ाने का काम करता है जिससे इस बीमारी में भी राहत मिलती है।

सांस से संबंधित बीमारी में भी कारीगर साबित होता है अर्जुन

आयुर्वेद में अर्जुन को औषधि के रूप में यूं ही नहीं देखा जाता है क्योंकि यह कई बीमारियों में काम आता है सांस से संबंधित बीमारी में भी अर्जुन का छाल कारीगर साबित होता अस्थमा जैसे बीमारी में काफी राहत देता है इसे उबालकर पीने से, अर्जुन के छाल धातु रोग में भी उपियोग किया जाता है, इसी वजह से अर्जुन की एक अपनी अलग महत्व है आयुर्वेद की दुनिया में इसे बड़ा औषधि के रूप में देखा जाता है।

कहां मिलता है अर्जुन का पौधा

भारत के लगभग सभी क्षेत्रों में अर्जुन का पौधा पाया जाता है खासतौर पर उत्तर प्रदेश बिहार मध्य प्रदेश में भी यह पौधा आपको देखने को मिल जाएगा उत्तर प्रदेश के देवरिया जनपद में भी यह पौधा भारी संख्या में मौजूद है अर्जुन की पहचान इसकी छाल और इसकी पत्तियों से होती है फल अर्जुन का पतला और थोड़ा लम्बा होते हैं और गोल होता है अभी यह पौधा धीरे-धीरे विलुप्त होता जा रहा है जरूरत है इसकी संरक्षण की।

Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी मीडिया इंटरनेट सहित कई जगह से उपलब्ध कर बताई गई है आर्टिकल में बताई गई जानकारी को अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट से सलाह अवश्य ले ले किसी तरह के हानि के लिए bnewsup.com जिम्मेदार नहीं होगा

Popular Articles

×

Hello!

Click one of our contacts below to chat on WhatsApp

×