पवन सिंह ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में बिहार की काराकाट सीट से पर्चा दाखिल किया है, जोकि चुनावी मैदान में एक रोमांचक मोड़ हो सकता है। उनके द्वारा दाखिल किये गए हलफनामे के अनुसार, उनकी चल-अचल संपत्ति की कुल मान 16.75 करोड़ रुपये है। इसके अलावा, उन्होंने पश्चिम बंगाल से भाजपा का टिकट लेने से इनकार किया था और अब अपने होम स्टेट बिहार की काराकाट से नामांकन किया है।
पवन सिंह की तरफ से दाखिल नामांकन पत्र के अनुसार, उनके पास 5.04 करोड़ की चल संपत्ति और 11.70 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है। उनकी चल संपत्ति में पांच बैंक खाते, तीन फोर व्हीलर, 1.39 करोड़ की एक मोटरसाइकिल और 31.09 लाख रुपये की ज्वैलरी शामिल है। उनके पास 60,000 रुपये भी नकद उपलब्ध हैं।
पवन सिंह के द्वारा निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनावी समय में उतरने से काराकाट सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद है। काराकाट में लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण यानी 1 जून को वोटिंग होने की उम्मीद है। इसके अलावा, उनके पास एक करोड़ रुपये का लोन भी है।
पवन सिंह के चुनावी उतरने और निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में प्रतिस्थापन करने के बाद, बिहार की राजनीतिक सीना में नए रंग की बातें हो रही हैं। उनका नामांकन एक बड़े राजनीतिक कदम की ओर एक प्रयोग हो सकता है, जो बिहार के राजनीतिक दृष्टिकोण को परिवर्तित कर सकता है।
पवन सिंह के नामांकन से पूर्व, उन्होंने पश्चिम बंगाल से भाजपा का टिकट लेने से इनकार किया था, जिससे उन्हें विपक्षी दल के नाम में जाना जाता है। इसके बाद, उन्होंने बिहार की काराकाट सीट से नामांकन किया, जिससे उनकी राजनीतिक प्रतिष्ठा और प्रभाव बिहार के राजनीतिक समीकरण में एक महत्वपूर्ण योगदान के रूप में साबित हो सकता है।
उनकी चल-अचल संपत्ति की जानकारी के माध्यम से, उनके समर्थनकर्ताओं को उनकी वित्तीय सामर्थ्य और उनके लोकप्रियता के बारे में एक स्पष्ट धारणा होती है। यह नामांकन उन्हें राजनीतिक मंच पर एक अभिनव दृष्टिकोण देने का भी मौका प्रदान कर सकता है, जिससे उन्हें राजनीतिक रूप से एक महत्वपूर्ण व्यक्ति के रूप में पहचाना जा सकता है।