India to Nepal: हर महीने नेपाल में घूमने के लिए लाखों भारतीय जाते हैं, उनके सामने एक सबसे बड़ा समस्या यह होती है कि वह नेपाल में यूपीआई सुविधा का लाभ नहीं ले पाते थे, लेकिन अब नेपाल सरकार ने बड़ी योजना के तहत यह सुविधा लागू कर दी है इस तरह से होगा यूपीआई से पेमेंट।

भारत और नेपाल की बात करें तो दोनों देशों का रिश्ता बहुत अच्छा है जिस वजह से भारत और नेपाल के लोग बिना रोक-टोक बिना वीजा पासपोर्ट एक दूसरे के देश में आते जाते हैं कुछ | तो लोग ऐसे हैं जो प्रतिदिन नेपाल से भारत में बाजार करने आते हैं सामान खरीदने आते हैं और भारत से कुछ लोग नेपाल में सामान खरीदने जाते हैं भारत और नेपाल का रिश्ता इतना बेहतर है यही वजह है कि नेपाल में सबसे ज्यादा भारत के टूरिस्ट जाते हैं।
भारत से जो लोग नेपाल घूमने जाते हैं उनके सामने सबसे बड़ा समस्या यह होती है कि फोनपे, गूगल पे, यूपीआई के माध्यम से पेमेंट नहीं कर पाते हैं लेकिन नेपाल सरकार ने भारतीय पर्यटकों की समस्या को ध्यान में रखते हुए 1 मार्च से यह सुविधा लागू कर दी है | फोनपे के माध्यम से भारतीय लोग नेपाल में पेमेंट कर सकते हैं, नेपाल घूमने वाले लोगों के सामने मनी एक्सचेंज बड़ी समस्या होती है, आजकल भारत में ज्यादातर लोग कैस पैसा नहीं रख रहे हैं , डिजिटल ऑनलाइन पेमेंट ट्रांसफर कर रहे हैं ,चाहे पान की दुकान हो या चाय की दुकान हो या सो रूम हो हर जगह पर ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा उपलब्ध है, यही वजह है कि लोग अब जब में पैसा लेकर नहीं चल रहे है केवल मोबाइल लेकर चलते हैं,
जब भी नेपाल में घूमने जाते हैं तो वह काफी परेशान हो जाते हैं अब समस्याओं का समाधान फोनपे के जरिए उपलब्ध हो गया है, भारत सरकार और नेपाल सरकार के बीच में एक समझौता हुई है जिसके तहत नेपाल में यूपीआई के जरिए आप पेमेंट कर पाएंगे। नेपाल में घूमने के लिए मार्च महीने में भारत से ज्यादा पर्यटक जाते हैं मार्च से मई जून तक लाखों पर्यटक नेपाल घूमने जाते हैं, क्योंकि नेपाल में घूमने के लिए बहुत कुछ है जैसे की पोखरा, काठमांडू,जनकपुर मंदिर, चंद्रगृह पर्वत, समेत अन्य पर्यटक स्थल हैं | जिसे देखने के लिए भारत से लोग जाते हैं, पैसा लेनदेन की समस्या को ध्यान में रखते हुए नेपाल सरकार ने यह सुविधा लागू की है।
इसके तहत नेपाल अब डिजिटल की तरफ आगे बढ़ रहा है, जिसे भारत सहयोग कर रहा है नेपाल में ई सेवा, खलती वालेट, सहित अन्य बैंकों के साथ समझौता किया है। खास बात यह है कि क्यूआर कोर्ड स्कैन करने के बाद आप पेमेंट सेंड कर सकते हैं, जिसकी शुरुआत नेपाल सिटिजन बैंक, इंटरनेशनल और ज्योति विकास बैंक से हुई।
नेपाल में ऑनलाइन पेमेंट करने की 5000 होगी लिमिट| How to make international payment through PhonePe
आप फोनपे के माध्यम से नेपाल में 5000 तक पेमेंट भेज पाएंगे ₹5000 पेमेंट लेनदेन के साथ इस सुविधा का शुरूआत किया गया है नेपाल सरकार के अधिकारियों का कहना है कि जल्दी इस सीमा को बढ़ाया जाएगा, पर्यटक दृष्टि से लेनदेन की जो सीमा है काफी कम है अगर भविष्य में इसे बढ़ाया नहीं जाता है तो पर्यटकों को काफी दिक्कत होगा, क्योंकि किसी होटल का किराया एक दिन का 6000 चुकाना हो तो दिक्कत हो जाएगी।
लेकिन इस डिजिटल पेमेंट लेनदेन से दोनों देशों में संबंध और बेहतर होगा और दोनों देशों के नागरिकों के लिए बेहतर सुविधा है, इस कदम से नेपाल डिजिटल लेनदेन की तरफ आगे बढ़ रहा है, यह समझौता भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल के बीच में समझौता हुई है।
नेपाल की दृष्टि से भारतीय पर्यटक के लिए यह एक अच्छी खबर है कि अब नेपाल में भारतीय पर्यटकों को कैश ले जाने की झंझट नहीं रहेगी क्योंकि नेपाल में ₹100 से ज्यादा भारतीय रुपया मान्य नहीं होता है, नेपाल भारत बॉर्डर पर ही अपना पैसा एक्सचेंज करना पड़ता है कुछ हद तक दोनों देशों के लोगों को मनी एक्सचेंज करने से राहत मिली है।
फोनपे से कैसे करें इंटरनेशनल पेमेंट
फोनपे से इंटरनेशनल पेमेंट करने के लिए सबसे पहले आपको अपने प्रोफाइल पर क्लिक करना होगा, पेमेंट मेथड के नीचे आपको पेमेंट मेजरमेंट दिखाई देगा जहां इंटरनेशनल पेमेंट दिखाई देगा आपको इंटरनेशनल पर क्लिक कर अपना बैंक सेलेक्ट कर इंटरनेशनल ट्रांजैक्शन एक्टिव करना होगा, इसके बाद आप अपने फोनपे से इंटरनेशनल पेमेंट कर पाएंगे।
यह सुविधा केवल भारतीय नागरिकों के लिए अभी उपलब्ध है नेपाली नागरिक भारत में पेमेंट नहीं कर पाएंगे ।