गोपालगंज, बिहार: गोपालगंज जिले के कुचायकोट थाना क्षेत्र में स्थित बलाथरी चेक पोस्ट पर पुलिस द्वारा की गई वाहन जांच के दौरान एक अत्यंत बहुमूल्य और रेडियोएक्टिव पदार्थ कैलिफोर्नियम को बरामद किया गया है। इस बरामदगी के बाद समूचे बिहार में हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि इस पदार्थ की अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 850 करोड़ रुपये है। पुलिस ने इस मामले में तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से 50 ग्राम कैलिफोर्नियम जब्त किया है।
कैलिफोर्नियम क्या है?
कैलिफोर्नियम एक बेहद दुर्लभ और मूल्यवान रेडियोएक्टिव पदार्थ है। इसका उपयोग मुख्य रूप से न्यूक्लियर पावर प्लांट्स में ऊर्जा उत्पादन के लिए किया जाता है। इसके अलावा, मेडिकल क्षेत्र में भी इसका विशेष महत्व है, खासकर ब्रेन कैंसर के इलाज में इसका इस्तेमाल किया जाता है। इस पदार्थ की इतनी उच्च कीमत होने का कारण इसकी दुर्लभता और अत्यधिक उपयोगिता है। दुनिया भर में इसके उत्पादन और आपूर्ति पर सख्त नियंत्रण रहता है, इसलिए इसके अवैध व्यापार की संभावना भी रहती है।
कैसे हुआ बरामद?
घटना के दिन गोपालगंज के कुचायकोट थाना क्षेत्र के बलाथरी चेक पोस्ट पर पुलिस एक रूटीन वाहन जांच कर रही थी। इसी दौरान एक संदिग्ध वाहन को रोककर तलाशी ली गई। पुलिस ने वाहन के अंदर से 50 ग्राम कैलिफोर्नियम बरामद किया। इसके साथ ही पुलिस ने मौके पर मौजूद तीन तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार, यह तस्कर इस रेडियोएक्टिव पदार्थ को किसी गुप्त स्थान पर पहुंचाने की फिराक में थे।
गोपालगंज के पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने मीडिया को बताया कि गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ की जा रही है और इस मामले की गहन जांच की जा रही है। पुलिस इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह कैलिफोर्नियम कहां से आया और इसका अंतिम गंतव्य क्या था। पुलिस को शक है कि इस तस्करी के पीछे कोई बड़ा नेटवर्क हो सकता है जो अवैध रूप से इस प्रकार के खतरनाक पदार्थों की तस्करी करता है।
कैलिफोर्नियम का महत्व और खतरे
कैलिफोर्नियम के उपयोग की बात करें तो इसका सबसे प्रमुख उपयोग न्यूक्लियर पावर प्लांट्स में होता है, जहां इसे न्यूक्लियर रिएक्टरों को चालू करने में सहायक के रूप में उपयोग किया जाता है। इसके अलावा, चिकित्सा विज्ञान में भी यह एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ब्रेन कैंसर के इलाज में कैलिफोर्नियम का उपयोग रेडियोथैरेपी के एक हिस्से के रूप में किया जाता है, जहां इसकी विकिरणीय ऊर्जा कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने में मदद करती है।
हालांकि, यह पदार्थ अत्यधिक खतरनाक भी हो सकता है। इसके संपर्क में आने से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। यही कारण है कि इसका उत्पादन और उपयोग सख्त नियंत्रण में होता है। इस प्रकार के पदार्थों की तस्करी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा मानी जाती है।
गोपालगंज पुलिस की तत्परता
इस महत्वपूर्ण सफलता के लिए गोपालगंज पुलिस की तत्परता और चौकसी की सराहना की जा रही है। पुलिस की इस कार्रवाई से बिहार में रेडियोएक्टिव पदार्थों की तस्करी के एक बड़े मामले का पर्दाफाश हुआ है। गोपालगंज के एसपी स्वर्ण प्रभात ने कहा कि मामले की जांच पूरी होने के बाद और भी खुलासे हो सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने जनता से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें ताकि ऐसे खतरनाक मामलों को समय रहते रोका जा सके।
कुल मिलाकर, गोपालगंज पुलिस की इस सफलता ने बिहार और देशभर में सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता को और भी बढ़ा दिया है। अब देखना यह होगा कि इस मामले में आगे क्या खुलासे होते हैं और किस तरह से इस तस्करी के पूरे नेटवर्क को धराशायी किया जाता है।